मृत्यु पश्चात भी दुनिया देखेंगी निशांत अग्रवाल की आंखें, मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर की पहल
जमशेदपुर। साकची बाराद्वारी निवासी डॉ आर के अग्रवाल (शिशु रोग विशेषज्ञ) के छोटे पुत्र निशांत अग्रवाल (उम्र 28 वर्ष) की आंखें मृत्यु के पश्चात भी रोशनी देती रहेगी। मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर की पहल पर शुक्रवार 7 जुलाई को निशांत के निधन के पश्चात डॉ आर के अग्रवाल एवं उनकी पत्नी अनीता अग्रवाल की सहमति से निशांत का नेत्रदान करवाने में सफल रहे। डॉ आर के अग्रवाल के बाराद्धारी निवास पर ही नेत्रदान करवाया गया। जिससे दो लोगों की दुनिया रोशन होगी। इस नेक कार्य में रोशनी संस्था की अध्यक्ष तरु गांधी, सचिव परविंदर तथा डॉ विवेक केडिया (नेत्र रोग विशेषज्ञ) की अहम भूमिका रही। इस पुनीत कार्य के लिए मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर की अध्यक्ष बीना अग्रवाल ने डाक्टर अग्रवाल के परिजनों, रोशनी संस्था एवं डॉ विवेक को साधुवाद दिया। यह जानकारी मारवाड़ी महिला मंच की सुशील खीरवाल द्वारा दी गई। उन्होंने बताया कि मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर शाखा द्वारा कई सालों से नेत्रदान महादान पर अभियान चलाया जा रहा है। मृत्यु के पश्चात नेत्रदान करवाने में सक्षम भी हुए हैं। उन्होंने कहा कि मृत्यु के बाद यूं ही अपने शरीर को या तो जला देते हैं या फिर दफना दिया जाता है। इसलिए अगर मृत्यु पश्चात हम किसी दो व्यक्ति को रोशनी दे सकते हैं तो इससे अधिक पुनीत कार्य कुछ नहीं हो सकता। समाज के सभी बंधुओं से अपील है कि अगर किसी के घर में ऐसी घटना होती है और वे अगर नेत्रदान करवाने में इच्छुक हो तो मंच की अध्यक्ष बीना अग्रवाल (9304833999), सुशीला खीरवाल (9431952424) एवं सीमा अग्रवाल (7858016351) से संपर्क कर सकते हैं। इस कार्य के लिए संस्था सभी सेवाएं निःशुल्क प्रदान करती है। मारवाड़ी महिला मंच का नारा है जीते जी रक्तदान, मृत्यु पश्चात नेत्रदान। अभी भी कई दृष्टिहीन लोगों को इंतजार है ऐसे समाजसेवी का जो मरकर भी अमर होकर किसी को रोशनी दे।