भानु प्रताप साही पर टिप्पणी को भाजपा ने बताया भाजमो नेताओं की बौखलाहट
सुधांशु ओझा ने कहा- भानु प्रताप ने सत्ता सुख के लिए कभी नही किया समझौता
जमशेदपुर। पूर्व मंत्री एवं भवनाथपुर के विधायक सह भाजपा झारखंड प्रदेश उपाध्यक्ष भानु प्रताप साही पर किये गए टिप्पणी को भाजपा ने भाजमो नेताओं की बौखलाहट बताया है। शुक्रवार को भाजपा जमशेदपुर महानगर की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने भाजमो के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि विधायक भानु प्रताप साही ने सत्ता सुख के लिए कभी किसी से समझौता नहीं किया है। यदि उन्हें सत्ता का सुख भोगना होता, तो वर्ष 2014 में ही सरकार और भाजपा में शामिल हो गए होते। लेकिन सत्ता से टकराकर गढ़वा जैसे पिछड़े क्षेत्र को भी विकास के पटल पर लाने का काम उन्होंने बखूबी किया है। सत्ता से वही टकरा सकता है जो निष्कलंक और ईमानदार हो, वरना ईमानदारी के कई घोषित मसीहा एसीबी के डर से हेमंत चालीसा गाने में व्यस्त दिखाई पड़ रहे हैं। जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा कि आज भी भानु प्रताप साही की खुली चुनौती है कि राज्य सरकार अपने सभी जांच एजेंसियाँ लगाकर देख लें, जो जाँच करवाना है वह करवा लें। राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित सरकारों ने पहले भी उनके ऊपर जांच बैठाई है लेकिन वे ना तो कभी जांच से भागे और न ही कभी विक्टिम कार्ड खेला। क्योंकि ये सत्य है कि साँच को आँच नहीं। जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा कि जो जमशेदपुर पहले अपने विकास, बेहतर सड़कों, कानून-व्यवस्था और स्वच्छता के लिए जाना जाता था, वह अब कचरों के अंबार, टूटी हुई सड़कों, हत्या, छिनतई, चोरी और नशे के कारोबार का अड्डा बन गया है।
वहीं, भाजपा जमशेदपुर महानगर प्रवक्ता प्रेम झा ने भी भाजमो नेताओं के बयान पर हमला बोलते हुए कहा कि इनके विधायक जी की ही तरह उनके पार्टी के सभी नेताओं में एक विशेषता पाई जाती है- झूठे आरोप लगाना और चरित्र हनन करना। यह इनके बिष्टुपुर कार्यालय की प्रशिक्षण का एक हिस्सा है। इनके नेताओं के अनुसार ब्रह्मांड में केवल एक ही व्यक्ति ईमानदार है और बाकी सभी बेईमान हैं। प्रेम झा ने कहा कि पिछली विधानसभा चुनाव में झूठ बोलकर जातिवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद फैलाकर चुनाव जीतने वाले विधायक सरयू राय ने पिछले साढ़े चार साल से सिर्फ़ और सिर्फ़ झूठे आश्वासन और आपसी वैमनस्य फ़ैलाने का काम किया है। बंद केबुल केबुल कंपनी को खुलवाने के बजाय कंपनी को जंगल में बदलने का कार्य किया है। 86 बस्ती के मालिकाना हक पर अब मालिकाना हक तो दूर उन्हें टूटने के लिए छोड़ दिया है। प्रेम झा ने कहा कि विधायक सरयू राय को बताना चाहिए कि सड़क, बिजली, युवाओं के रोज़गार, जेपीएससी-जेएसएससी की नियुक्तियों में व्याप्त भ्रष्टाचार, पूरे झारखंड में खनिज संपदाओं की खुली लूट जैसी मुद्दों पर उनकी क्या भूमिका रही है। राजनीतिक हत्या, लूट एवं नशे के संगठित व्यापार को रोकने के लिए उन्होंने क्या किया। यह भी जनता के सामने आना चाहिए। कई प्रकार के झूठे वादों और भ्रष्टाचार की बातों से जनता को ठगने का कार्य अब बंद होना चाहिए। प्रेम झा ने कहा कि जनता अब जागरूक हो चुकी है और इस बार चुनाव में सच्चाई और विकास के नाम पर वोट देगी। उनके असफलताओं और वादाखिलाफी का हिसाब जनता इस चुनाव में लेगी और भाजपा प्रत्याशी का चुनाव करेगी जो सही मायने में क्षेत्र का विकास तेज गति से कर सके।