बिष्टुपुर श्रीराम मन्दिर में नौ दिवसीय श्रीमद देवी भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का तीसरा दिन
दस वर्ष से अधिक उम्र वाली कन्या का पूजन नहीं करना चाहिए - विजय गुरूजी
जमशेदपुर। बिष्टुपुर मेन रोड़ श्रीराम मन्दिर में चल रहे श्री अम्बा यज्ञ नव कुण्डीय श्री सहस्त्रचंडी महायज्ञ एवं श्रीमदद्देवी भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के तीसरे दिन शुक्रवार को पूज्यनीय आचार्य विजय गुरूजी महाराज ने अपनी सुमधुर वाणी से नवरात्रि, कुमारी पूजन, श्री राम चरित्र एवं श्री कृष्ण जन्मोत्सव संवाद का विस्तार से वर्णन किया। गुरूजी ने कहा कि कुमारी कन्या दो वर्ष की कही गयी हैं। तीन वर्ष की त्रिमूर्ति, चार वर्ष की कन्या कल्याणी, पांच वर्ष की रोहिणी, छह वर्ष की कालिका, सात वर्ष की चण्डिका, आठ वर्ष की शाम्यवी, नौ वर्ष की दुर्गा और दस वर्ष की कन्या सुभद्रा कहलाती हैं। इससे उपर की अवस्था वाली कन्या का पूजन नहीं करना चाहिए।
माता भगवती की महिमा का गुणगान करते हुए गुरूजी नेे आगे कहा कि शरत् तथा बसन्त दोनों ऋतु संसार में प्राणियों के लिए दुर्गम हैं। ये दोनों ऋतु मनुष्यों के लिए रोग उत्पन्न करने वाली हैं। इससे बचने के लिए बुद्धिमान लोगों को शुभ चौत्र तथा आश्विन मास में भक्ति पूर्वक चण्डिका देवी का पूजन करना चाहिए। भगवती का सात्विक भाव से चन्दन, अगरू, कपूर, मन्दार, करेज, अशोक, चम्पा, कनेल, मालती, बासी, धुप, दीप से विधिवत भगवती जगदम्बा को अर्पण करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती हैं। श्री कृष्ण भगवान की लीला का मनोहारी वर्णन किया जिससे कथा सुनने आए भक्तगण खुशी से झूम उठे। दोपहर में महायज्ञ एवं शाम में कथा के बाद आरती हुई। आरती के बाद भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। तीसरे दिन शुक्रवार को भी 37 यजमानों द्धारा श्री अम्बा यज्ञ नव कुण्डात्मक सहस्त्रचंडी महायज्ञ किया गया। गुरूजी शनिवार 31 दिसम्बर को श्री कृष्ण कथा प्रसंग, महिषासुर जन्म कथा, देवी का प्रादुर्भाव संवाद की व्याख्या करेंगें।
श्रीविद्या शक्तिसर्वस्वम् चेन्नई के नेतृत्व में टाटानगर ईकाई द्धारा लौहनगरी में दूसरी बार आयोजित हो रहे आज के इस धार्मिक उत्सव कार्यक्रम को सफल बनाने में नेमि चंद शास्त्री, अशोक दाहिमा, दिलीप कुमार रिंगसिया, राजेश पसारी, पवन अग्रवाल, बिमल गुप्ता, आशीष अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल, मनोज गुप्ता आदि का योगदान रहा।
नववर्ष का स्वागत आजः- शनिवार 31 दिसम्बर की रात को विशेष आकर्षक के रूप में माता की चौकी का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में वर्ष 2022 की विदाई एवं 2023 नववर्ष का स्वागत बड़ी धूमधाम से माता के श्री चरणों में किया जायेगा। इस कार्यक्रम में भजनो की गंगा प्रवाहित करने हेतु प्रख्यात भजन गायिका उमा लहरी (जयपुर) समेत शहर के भजन गायकों द्वारा भजनो की अमृत वर्षा की जाएगी। भजनो का कार्यक्रम संध्या 08 बजे से शुभारंभ होगा।