FeaturedJamshedpurJharkhand

शीतल प्रसाद दुबे रचित खंड काव्य ‘शकुंतला’ लोकार्पित

जमशेदपुर। सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन/ तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में नगर के वयोवृद्ध साहित्यकार श्री शीतल प्रसाद दूबे जी के खंड काव्य ‘शकुंतला” का लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिसकी अध्यक्षता संस्थान के न्यासी श्री अरुण कुमार तिवारी तथा संचालन साहित्य समिति के सह सचिव श्री ब्रजेन्द्र नाथ मिश्र ने की । इस अवसर पर स्वागत वक्तव्य संस्थान के मानद महासचिव श्री प्रसेनजित तिवारी तथा धन्यवाद ज्ञापन समिति के उपाध्यक्ष श्री कैलाशनाथ शर्मा ‘गाजीपुरी’ द्वारा दिया गया ।
कार्यक्रम का प्रारंभ श्रीमती नीता सागर चौधरी के सरस्वती वंदना के पश्चात अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन तथा माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्पण द्वारा किया गया।
तत्पश्चात मंचासीन अतिथियों द्वारा खंड काव्य “शकुंतला” का लोकार्पण किया गया । लोकार्पित पुस्तक पर पाठकीय प्रतिक्रिया देते हुए श्री दिव्येन्दु त्रिपाठी जी ने कहा कि ‘शकुंतला’ काव्य में एक जीवट स्त्री के जुझारू जीवन को चित्रित किया गया है जिसमें प्रणय के साथ – साथ भारतीय संस्कृति के तानेबाने को भी दर्शाया गया है। वेद आधारित योग, वेदांत तथा सांख्य दर्शन के आधारभूत पक्ष भी इसमें ध्यातव्य हैं। अंत में रचनाकार शीतल प्रसाद दुबे ने इस महती कार्य में जिन जिन का सहयोग रहा, सबके लिये आभार प्रदर्शित किया।
इस अवसर पर मुख्य रुप से नगर के विद्वान/विदुषियों में सर्वश्री / श्रीमती विजयलक्ष्मी वेदुला,,अखिलेश कुमार दुबे, कन्हैया लाल अग्रवाल, हरि किशन चावला, प्रदीप मिश्रा, जीतेश कुमार तिवारी, शिवनंदन सिंह,वीणा कुमारी नंदिनी, सरिता सिंह, विमल किशोर विमल, राजेंद्र सिंह, संजय पाठक ‘सनेही’ सुरेश चन्द्र झा एवं हरभजन सिंह ‘रहबर’ उपस्थित रहे ।

Related Articles

Back to top button