बाघेश्वर धाम सरकार और युवाचार्य श्री अभयदास महाराज एक मंच पर
अपने अपने राम' कार्यक्रम में हुआ धर्म और साहित्य का संगम भीनमाल
राजस्थान : राजस्थान के भीनमाल में आयोजित “अपने अपने राम” कार्यक्रम में धर्मगुरुओं का संगम हुआ। इस कार्यक्रम में युवाचार्य श्री अभयदास जी महाराज, कविराज डॉ. कुमार विश्वास और बाघेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उपस्थित थे। युवाचार्य श्री अभयदास जी महाराज ने कार्यक्रम में अपने प्रवचन में भगवान राम के जीवन और शिक्षाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भगवान राम आदर्श पुत्र, आदर्श पति, आदर्श राजा और आदर्श मनुष्य थे। उनके जीवन से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
कविराज डॉ. कुमार विश्वास ने श्री रामकथा का सुंदर वाचन किया, जिसने उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने भगवान राम के जीवन से जुड़ी विभिन्न घटनाओं का वर्णन किया और उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। बाघेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भगवान राम का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को भगवान राम के जीवन से सीखने और उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। उन्होंने धर्मगुरुओं के प्रवचन और कविराज डॉ. कुमार विश्वास जी की श्री रामकथा का आनंद लिया। कार्यक्रम का आयोजन श्री नीलकंठ महादेव मंदिर समिति द्वारा किया गया था। यह कार्यक्रम राजस्थान के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन था . इस कार्यक्रम ने लोगों को भगवान राम के जीवन और शिक्षाओं से परिचित कराया और उन्हें एक बेहतर जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में हुई धर्मगुरुओं की मुलाकात भी महत्वपूर्ण थी यह मुलाकात विभिन्न धर्मों के बीच एकता और भाईचारे का प्रतीक थी। यह कार्यक्रम लोगों के लिए प्रेरणादायक था और उन्हें भगवान राम के जीवन से सीखने के लिए प्रेरित किया।
अतिरिक्त जानकारी
कार्यक्रम में बागेश्वर पीठाधीश्वर पूज्य श्री धीरेंद्र शास्त्री जी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भगवान राम का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायक है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। उन्होंने कविराज डॉ. कुमार विश्वास जी की श्री रामकथा का आनंद लिया।
कार्यक्रम का आयोजन श्री नीलकंठ महादेव मंदिर समिति द्वारा किया गया था, आयोजक प्रेमसिंह राव जी थे।
यह कार्यक्रम राजस्थान के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन था। इस कार्यक्रम ने लोगों को भगवान राम के जीवन और शिक्षाओं से परिचित कराया और उन्हें एक बेहतर जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।