प्रयागराज मे चल रहा नशे का कारोबार खुलेआम जल रही दारु की भट्टियां
नेहा तिवारी
प्रयागराज। सूबे मे सत्ता परिवर्तन के साथ ही लोगो मे उम्मीद जगी कि अब अवैध काम करने वालो से मुक्ति मिल सकेगी, पर शायद यह संभ्भव नही है। जब बात पुलिस प्रशासन की हो तो उनके कारनामे भी निराले है और योगी राज मे अगर सबसे ज्यादा अवैध कमाई नुकसान हुआ है तो वह है पुलिस विभाग का जिसमे आज भी कुछ भ्रष्ट अधिकारी है जो अपनी धन उगाही को नही छोड़ पा रहे है।
अगर देखा जाय तो यमुनापार के थानो मे सबसे ज्यादा अवैध कमाई वाले क्षेत्र मे घूरपुर व लालापुर थाना है। ये दोनो थानो के क्षेत्र मे अवैध कारोबार होता है । और इन पर किसी कि नजर नही पड़ती है। और दोनो ही क्षेत्र अवैध कमाई करने मे सबसे आगे है ।इन दोनो क्षेत्रो के अवैध कमाई के मुख्य स्त्रोतो मे नजर डाले तो खनन, मदाक पदार्थो की तरस्करी , शराब की भट्टिया आदि है । घूरपुर थाना क्षेत्र मे इनदिनो तेजी से अवैध खनन कराया जा रहा है और अगर देखा जाय तो इन क्षेत्रो मे गांजा और शराब कि बिक्री भी जोरों पर की जा रही है । जिसमे कुछ लोग ऐसे भी है कि गांव से दारू ले जा कर जिले मे बेच रहे है। घूरपुर क्षेत्र मे तो कुछ पान की गुमतियो पर खुलेआम गाजा की बिक्री की जा रही है। जिसके कारण क्षेत्र मे चोरी जैसी अवैध घटनाएं आम हो गयी है।
वही अगर देखा जाय तो घूरपुर थाना क्षेत्र मे शाम होते ही शराब बनाने वाली फैक्टी़या चालू हो जाती है और पूरी रात चलती रहती है। रोजाना सैकडो़ लीटर शराब बनाकर बेचा जा रहा है, अगर विभागीय स्त्रोतो की माने तो घूरपुर क्षेत्र के अंतर्गत गांव मे हर महिने गांजा की बडी़ खेप निकाली जाती है खुलेआम गांजा,शराब का अवैध कारोबार हो रहा है पर इन सब बातो से किसी से क्या मतलब है दारु बने या गाजा बिके उन्हे केवल पैसे मिलने चाहिए ऐसे भ्रष्ट लोगो के खिलाफ कब कार्यवाही होगी। ये तो समय बतायेगा।