पुलिसिया जुल्म के विरुद्ध किसान आंदोलन एकजुटता मंच ने खोला मोर्चा
राष्ट्रपति स्वतः संज्ञान ले महिला खिलाड़ियों को न्याय प्रदान करें: भगवान सिंह
जमशेदपुर। दिल्ली के जंतर-मंतर में पहलवानों द्वारा शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन के बावजूद दिल्ली पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्ण रव्वैये और मर्यादा लांघती कार्यवाई के विरोध में किसान आंदोलन एकजुटता मंच (कीआएएम) ने केंद्र सरकार के विरुद्ध गहरा रोष जताया है।
शनिवार को किसान आंदोलन एकजुटता मंच, जमशेदपुर के सदस्यों ने पूर्वी सिंहभूम की उपायुक्त के माध्यम देश के राष्ट्रपति के नाम न्याय की गुहार लगते हुए एक ज्ञापन सौंपा है। प्रतिनिधिमंडल में मुख्यरूप से किसान नेता सरदार भगवान सिंह, मंथन कुमार, सुमित राय, सुजय राय, देवाशीष एवं गुरपाल सिंह टिक्कू ने उपायुक्त कार्यालय में पुलिसिया अत्याचार के खिलाफ ज्ञापन दिया।
ज्ञापन के संबंध में जमशेदपुर के किसान नेता सरदार भगवान सिंह ने कहा है कि राष्ट्रपति महोदया स्वतः संज्ञान ले मामले का पटाक्षेप करते हुए देश की शान महिला पहलवानों को न्याय प्रदान करें। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर महिला खिलाड़ियों को तुरंत न्याय प्रदान किया जाये। कीआएएम के सदस्य सुमित रॉय का कहना है कि केंद्र सरकार तत्काल प्रभाव से बृजभूषण शरण सिंह को भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से बर्खास्त करे तथा प्राथमिकी दर्ज कराने गये महिला खिलाड़ियों की एफआईआर न लेनेवाले और आधी रात महिला खिलाड़ियों पर जुल्म करने के लिए जिम्मेवार पुलिस अधिकारियों पर दंडात्मक कार्यवाई हो।