नकली कीटनाशकों की आड़ में लुट रहे घूरपुर के किसान
नेहा तिवारी
घूरपुर(प्रयागराज)। नकली बीज के बाद अब नकली कीटनाशक दवाओं ने घूरपुर क्षेत्र में पांव पसारना शुरू कर दिया है । मौजूदा समय मे दर्जन भर से अधिक कंपनियां कीटनाशक दवाओं का कारोबार कर रही है ,और इन्ही की आड़ में कुछ दुकानदार डुबलीकेट कीटनाशकों की खेप निजी गोदामों में तैयार करवाकर किसानों की गाढ़ी कमाई को लूटने में लगे हुए है । कृषि विभाग की उदासीनता के चलते दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं क्योंकि मिलावटी कीटनाशकों को भी कंपनी का बताकर मनमानी पैसा वसूल रहे हैं । फसलो के लिए खरपतवारनाशी कीटनाशक दवाओं के आने के बाद खेतो के निराई की परम्परा धीरे – धीरे समाप्त होती जा रही है । धान और फसलो में खरपतवार न पनपने पाए इसके लिए दर्जनों कंपनियां दिन रात अपने ब्रांड के कीटनाशकों के प्रचार प्रसार में जुटी हैं । इन नामी गिरामी कंपनियों के आड़ में डुबलीकेट कीटनाशक दवाए बाजार में अपनी पैठ मजबूत कर रही हैं । सूत्रों की मानें तो कुछ बड़े व्यापारी नकली कीटनाशक दवाओं का निर्माण अपने गोदामों में करवाकर उसपर कंपनी का रैपर चिपका रहे हैं । गोदामों से तैयार कीटनाशक दवाओं को दुकानदार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में सप्लाई की जा रही है । नकली कीटनाशक के चक्कर मे पड़कर किसान आपनी जमा पूंजी गंवा रहे है । महगें कीटनाशकों को खरीदकर खेतो में छिड़काव कराने के बाद भी खरपतवार खत्म होने को कौन कहे उनका विकास और तेज हो जाता है ।