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बीएनएमएच ने 12 साल में की 3000 हार्ट सर्जरी की उपलब्धि हासिल

दो दिन के बच्चे से लेकर 90 वर्षीय महिला तक का हुआ ऑपरेशन

जमशेदपुर। 15 दिसम्बर। ब्रह्मानंद नारायणा मल्टीस्पेशलिटी हॉॅस्पिटल, (बीएनएमएच) जमशेदपुर के कार्डियक सर्जरी विभाग ने 3000 कार्डियक ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरे कर स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक और उपलब्धि हासिल की है। हॉॅस्पिटल ने 2009 में कार्डियक सर्जिकल कार्यक्रम शुरू किया और 31 जुलाई 2009 को सीनियर कंसल्टेंट कार्डियक सर्जन डॉ0 परवेज आलम ने अपनी टीम के साथ पहली ओपन हार्ट सर्जरी की। जमशेदपुर के चिकित्सा इतिहास में एक नए युग की शुरुआत हुई। 12 वर्षो में सीनियर कंसल्टेंट कार्डिएक सर्जन, डॉ0 परवेज आलम एवं उनकी टीम ने 97.9 प्रतिशत सफलता दर के साथ पिछले महीने 3000 कार्डियक ऑपरेशन पूरे किये। जिसमें 1276 बाईपास सर्जरी, 857 वाल्व सर्जरी, 766 जन्मजात हृदय शल्य प्रक्रिया (बच्चों मंे जन्म से पायी जाने वाली हृदय रोग) 57 वैसक्यूलर सर्जरी, 44 थोरेसिक सर्जरी और अन्य हार्ट सर्जरी शामिल है। इस संबंध में बुधवार को साकची स्थित एक होटल में बीएनएमएच के सीनियर कंसल्टेंट कार्डियक सर्जन डॉ0 परवेज आलम ने मीडिया से बातचीत करते हुए आगे बताया कि सबसे कम उम्र का रोगी, जिसकी ओपन हार्ट सर्जरी हुई, वह केवल 2 दिन का था और समय से पहले 32 सप्ताह के गर्भ में पैदा हुआ बच्चा था, जिसका वजन ऑपरेशन के समय केवल 1.44 किलोग्राम था। एक और 7 दिन के बच्चे का जिसका वजन 1.94 किलोग्राम था, जिसका हृदय छाती के बाहर फैला हुआ था, जिसे ऐक्टोपिया कॉर्डिस कहा जाता है, की सुधारात्मक सर्जरी हुई, जो पूर्वी भारत में की गई पहली सफल सर्जरी थी। यह जमशेदपुर और झारखंड के चिकित्सा इतिहास में एक मील का पत्थर सर्जरी थी जिसे वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली थी क्योंकि उस समय दुनिया भर में केवल 26 ऐसे ऑपरेशन सफलतापूर्वक किए गए हैं। सबसे बड़ी रोगी 90 वर्षीय महिला थी, जिसकी बाईपास सर्जरी हुई थी। और 90 वर्ष की आयु में सफल हृदय शल्य चिकित्सा से गुजरने वाली पूर्वी भारत की दूसरी सबसे बुजुर्ग महिला बनने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने आगे बताया कि टीम ने 2011 में झारखंड की पहली रेडो ट्रिपल वाल्व सर्जरी भी की। एक सामान्य व्यक्ति में 4 कक्षों की तुलना में उसके दिल में केवल 2 कक्षों वाली ब्लू बेबी को भी इस टीम द्वारा सफलतापूर्वक संचालित किया गया था। जिसे झारखंड राज्य में इस तरह की पहली सर्जरी का श्रेय भी दिया गया था।
3000 मरीजों में से 1877 झारखंड, 594 पश्चिम बंगाल, 376 उड़ीसा, 123 बिहार, 26 उत्तर प्रदेश से थे। पड़ोसी देशों से 4 मरीज क्रमशः नेपाल, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और यमन से 1-1 मरीज हैं। मूल रूप से जमशेदपुर और पड़ोसी राज्य के 56 एनआरआई थे, जो विदेश में रह रहे थे, लेकिन कम लागत के कारण बीएनएमएच में ऑपरेशन करवाया।
स्ंवाददाता सम्मेलन में मौजूद तपनी घोष, सुविधा निदेशक बीएनएमएच ने कहा कि बीपीएल, आयुष्मान भारत योजना, आरबीएसके और ईएसआई योजना के तहत हृदय रोगियों की सर्जरी की जाती है। आयुष्मान भारत योजना से लगभग 316 रोगियों का ऑपरेशन किया गया और लगभग 736 रोगियों का ऑपरेशन झारखंड सरकार की बीपीएल योजना जो कि आयुष्मान भारत से पहले की योजना थी जिसके तहत झारखंड सरकार द्वारा प्रदत फंड से ऑपरेशन किया गया। 409 रोगियों का ईएसआई योजना से ऑपरेशन किया गया। उड़ीसा सरकार आरबीएसके योजना द्वारा 205 रोगियों का ऑपरेशन किया गया। ब्रह्मानंद नारायण मल्टीस्पेशलिटी हॉॅस्पिटल, जमशेदपुर में प्रदान की जाने वाली उत्कृष्ट सुविधाएं और चल रहे कार्य झारखंड और पड़ोसी राज्य की जनता के लिए वरदान साबित हुई है।

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