चाईबासा पुलिस ने डबल मर्डर केस का किया खुलासा, पैसे को लेकर की गई पति पत्नी की हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी
तिलक कुमार वर्मा/चाईबासा। दिनांक 20 दिसंबर 2024 को चाईबासा जिला के चक्रधरपुर थाना अंतर्गत ग्राम-उटुटुवा में एक अज्ञात व्यक्ति की सरकटी लाश बरामद किया गया था। इसी घटना के दो दिन बाद दिनांक 22 दिसंबर को मुफस्सिल थाना अंतर्गत ग्राम आचू में सड़क किनारे एक अज्ञात महिला का लाश पाया गया था। जिसके सर पर चोट के निशान थे और गर्दन किसी धारदार हथियार से काटा हुआ था। जिसमें मुफस्सिल थाना में दर्ज किया गया। अनुसंधान के क्रम में सूचना मिली कि हजारीबाग जिला के रहने वाले एक दम्पत्ति दिनांक 17 दिसंबर को चाईबासा जिला पहुंचे थे। लेकिन और दिनांक 19 दिसंबर के रात्रि से उनके परिजनों का इनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए उनके परिजनों से शवों की पहचान कराया गया। जो 1. निर्मल एक्का पिता पीटर एक्का पता- कोर्स, हजारीबाग और 2. रश्मि मोनिका सनमानी, पति निर्मल एक्का पता- कोर्रा, हजारीबाग के रूप में पहचान किए गए। उक्त दोनों कांड के उद्भेदन हेतु पुलिस अधीक्षक, चाईबासा के द्वारा अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, सदर, चाईबासा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा तकनीकी सहयोग एवं वैज्ञानिक तरीकों से अनुसंधान करते हुए इन दोनो कांड में संलिप्त तीनों अभियुक्तों 1. रामराई सुरीन 2. बुधन सिंह सवैयाँ उर्फ छोटा एवं 3. मंगता सुरीन की गिरफ्तारी की गयी है । अनुसंधान एवं गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर कांड का सारांश यह है कि रामराई सुरीन वर्ष 2012 से सोनुवा थाना कांड सं0-42/12 दिनांक-18.12.12 धारा-302/201/34 भा०द०वि० में मंडल कारा हजारीबाग में सजायाफ्ता कैदी के रूप में सजा काट रहा था। इसी दौरान इसकी दोस्ती मंडल कारा में गार्ड के रूप में तैनात हजारीबाग निवासी सेवानिवृत सैन्य कर्मी निर्मल एक्का से हो गयी। जिसके बाद निर्मल एक्का ने बताया कि उसने जमीन ले लिया है। इसलिए पैसे की जरुरत है, पर तुम्हारा (रामराई) खर्चा जेल के कैटिन से चल रहा है। पैसा देते रहो मैं बाद में वापस कर दूँगा। वर्ष-2021 से लगभग साढ़े पाँच लाख रुपये रामराई ने निर्मल एक्का को दिया। रामराई द्वारा पैसे की माँग करने पर निर्मल एक्का अपनी CIAZ CAR को रामराई को ले जाने को कहा। रामराई सुरीन को उक्त कांड में दिनांक-09.10.24 को जमानत पर कारा से मुक्त होने के बाद निर्मल की गाड़ी को लेकर अपने गाँव देवावीर आ गया। जिसके बाद रामराई के द्वारा निर्मल एक्का को फोन करके बताया गया कि तुम्हरा गाड़ी का आगे का हिस्सा टुटा हुआ है, जिस पर निर्मल द्वारा कहा गया गाड़ी नहीं लोगे तो मैं अपना गाड़ी वापस ले लूँगा और पैसा भी नहीं दूंगा। जिसपर रामराई को बहुत गुस्सा आया और उसे जान से मारने को सोचा। दिनांक-17 दिसंबर 2024 को अपनी CIAZ CAR लेने के लिए निर्मल एक्का अपनी पत्नी रश्मि मोनिका सनमानी के साथ बस से चाईबासा आया। जहां रामराई सुरीन द्वारा उन्हें अपने सहयोगियों के मदद से रिसीव किया गया और बहुत रात तक दोनों को इधर-उधर घुमाने के बाद उन्हें अन्य अभियुक्त बुधन सिंह सवैयाँ के ग्राम केलेण्डे, थाना झीकपानी स्थित आवास पर रखा। दो दिन रखने के बाद उन्हें दिनांक 19.12.24 को संध्या में यह बोलकर गाड़ी में बिठाया कि उन्हें वे लोग चक्रधरपुर तक छोड देंगे लेकिन उनकी मंशा गाड़ी वापस करने की नहीं थी, जिसके कारण रामराई सुरीन गाड़ी की डिक्की में कुल्हाड़ी लेकर निकला और अपने सहयोगी बुधन सवैयाँ एवं मांगता सुरीन के साथ बरकेला के रास्ते जंगल में ले गया। रामराई सुरीन पेसाब करने के बहाने गाड़ी से उतरकर डिक्की से कुल्हाड़ी निकाला, जैसे ही निर्मल गाड़ी से उतरे तो कुल्हाड़ी से प्रहार करगिरा दिया और सर काटकर हत्या कर दी। जिसके बाद उसकी बॉडी को डिक्की में रखकर ग्राम उटुटुवा, थाना चक्रधरपुर के जंगल में धड़ को रास्ता के किनारे अलग जगह पर फेंक दिया और सर को वहीं थोड़ा दूर में पत्थर से छुपा दिया। दूसरे दिन दिनांक-20.12.24 को उनकी पत्नी रश्मि मोनिका सनमानी की भी हत्या ग्राम आचू, थाना मुफस्सिल में गाड़ी से निकाल कर कर दी और गाड़ी को बुधन सिंह सवैयाँ के घर पर रखकर बाइक लेकर अपने-अपने घर चले गये। इन दोनों कांड में गठित टीम द्वारा कांड का उदभेदन करते हुए गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों के निशानदेही पर इस कांड में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, मृतकों का मोबाईल, अभियुक्तों का मोबाईल, इस घटना में प्रयुक्त एक CIAZ CAR को बरामद किया गया है।