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बर्बरीक की शक्ति से आश्चर्य चकित ब्राह्मणरूपी श्री कृष्ण ने दान में मांगा शीश

बिष्टुपुर तुलसी भवन में तीन दिवसीय श्याम कथा का विश्राम

जमशेदपुर। बिष्टुपुर तुलसी भवन में शहर की सामाजिक संस्था जेसीआई जमशेदपुर पहचान द्धारा आयोजित तीन दिवसीय संगीतमय श्री खाटू श्याम जी की कथा (शीश के दानी की अमर कहानी) का शनिवार को विश्राम हो गया। तीसरे दिन शनिवार को व्यास पीठ से कथा व्यास श्याम रत्न खाटू वाले पप्पू शर्मा ने भगवान कृष्ण के द्धारा शांति के लिए अंतिम प्रयास भी विफल होने के बाद महाभारत का युद्ध की घोषणा का प्रसंग विस्तार से सुनाया। बर्बरीक का युद्ध में आगमन, एक मुहर्त में समस्त सेना का नाश करने की प्रतिज्ञा, शीश के दान का संकल्प, महाभारत युद्ध का निर्णय, भगवान कृष्ण द्धारा भीमसेन को अपनी शक्ति का एहसास कराने, खाटू धाम में प्रकट होने समेत भगवान कृष्ण द्धारा कलयुग में पूजने का बर्बरीक (श्याम बाबा) को वरदान देने की कथा का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि बर्बरीक की शक्ति से आश्चर्य चकित ब्राह्मणरूपी श्री कृष्ण ने बर्बरीक से दान की आशा की। बर्बरीक ने जब दान मांगने के लिए कहा तो श्रीकृष्ण ने बर्बरीक से उसका शीश मांग लिया। कार्यक्रम के अंतिम दिन इस धार्मिक कार्यक्रम को सफल बनाने में किसी भी प्रकार से सहयोग करने वाले 100 से अधिक लोगों को शाम आठ बजे सामाजिक संस्था जेसीआई जमशेदपुर पहचान द्धारा सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में खाटू से आयी टीम के सभी सादस्य तथा शहर के कई गणमान्य लोगों समेत माइक, लाईट एवं टेंट लगाने वाले तक के कर्मचारी शामिल थे।इससे पहले सुबह 05.30 बजे मंगला आरती हुई। मंगला आरती में 100 से अधिक भक्त शाहमल हुए। उसके बाद 06 बजे बाबा का श्रृंगार किया गया। सुबह 08.30 बजे से जजमान पूजा हुई। तीसरे दिन भी नौ (09) जजमनों ने पूजा की और बजरंग पंडित ने पूजा करायी। तीनों दिनों के कुल 26 जजमनों का गठजोड़ खोलने का कार्यक्रम सुबह 11 बजे हुआ। दोपहर तीन बजे 22 भक्तों ने जोड़ा के साथ सवामनी का प्रसाद (भोग) श्याम बाबा को चढ़ाया। ज्योत प्रज्जवलन सुबह हुआ, जो दिन भर प्रज्जवलित रहा। भक्त दिन भर ज्योत लेने ओर बाबा का दर्शन करने के लिए आते रहे। संध्या 08 बजे छप्पन भोग का प्रसाद चढ़ाया गया। शयन आरती के बाद तीन दिवसीय कार्यक्रम का विश्राम हुआ। तीनों दिन इस धार्मिक कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रमुख रूप से श्याम प्रेमी मुकेश आगीवाल, कविता धूत, रिंकू अग्रवाल, पायल सोंथालिया, पायल गर्ग, कृतिका गोयल, पूजा मोदी, सोनल अग्रवाल, मोनिका बकरेवाल, नेहा सोंथालिया, किरण अग्रवाल, अंजू मोदी, प्रीति बुधिया, संगीता गुप्ता, रिया अग्रवाल, स्वाति अग्रवाल, नीमा मोदी, सीमा अग्रवाल, संगीता काबरा, बीना देबुका, ममता केजरीवाल, आकांक्षा धूत, सोनल केजरीवाल, सुजीता अग्रवाल, नितेश धूत, शैलेश मोदी, विष्णु गोयल, रंजीत बुधिया, प्रमोद देबूका, सौरव सोंथालिया, संतोष अग्रवाल, मनीष बांकरेवाल, प्रदीप अग्रवाल, सुमित अग्रवाल आदि का योगदान रहा।

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