कारगिल विजय दिवस पर पेप्सी ने बहादुरों को किया सलाम
जमशेदपुर। बहादुरी और निस्वार्थ सेवा की कहानियां अमर होती हैं क्योंकि वे हमेशा के लिए हमारी यादों में बस जाती हैं। भारतीय सैनिकों की इसी निस्वार्थ भावना और बहादुरी को सलाम करने के लिए देश द्वारा लड़ी गई सबसे मुश्किल जंगों में से एक में भारत की जीत का परचम लहराने वाले कारगिल के ‘शेरशाह’ कैप्टन विक्रम बत्रा और कई अन्य बहादुरों को श्रद्धांजलि देते हुए बेवरेज ब्रांड पेप्सी®️ ने आज लिमिटेड एडिशन कैन्स लॉन्च किए और एक भावभीनी कविता जारी की।
नीले और सुनहरे रंग में आने वाले इन लिमिटेड एडिशन कैन्स पर पेप्सी® का आइकॉनिक ‘ये दिल मांगे मोर®’ स्लोगन लिखा हुआ है जिसे कैप्टन विक्रम बत्रा ने अमर बना दिया। इस बहादुर सैनिक ने इसी स्लोगन के ज़रिए अपने मिशन की सफलता को ज़ाहिर किया था और इस नवीनतम पेशकश के साथ पेप्सी® कैप्टन विक्रम बत्रा और उनकी टीम को याद करती है जिन्होंने ब्रांड की टैगलाइन को अमर बनाकर इसे भारतीय इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज करा दिया।
इन लिमिटेड एडिशन कैन्स पर क्यूआर कोड भी है जिसके ज़रिए कंज़्यूमर्स कैप्टन विक्रम बत्रा को दी गई पेप्सी®️ की दिल को छू लेने वाली श्रद्धांजलि देख सकते हैं।
इस श्रद्धांजलि के बारे में श्री विशाल बत्रा ने कहा, ”22 साल पहले रेडियो पर विक्रम की दमदार आवाज़ गूंजी थी और जब उसने ‘ये दिल मांगे मोर’ कहा तो सभी उम्र के भारतीयों में देशप्रेम की भावना ने हिलोरे लिए। आज कारगिल विजय दिवस से पहले मैं बहुत गौरवान्वित और आभारी महसूस कर रहा हूं कि पेप्सी उनके इस निस्वार्थ भाव और बहादुरी की कहानी को देशभर में लेकर जा रही है।
पेप्सीको इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, ‘ये दिल मांगे मोर’ ऐसा वाक्य है जो हमेशा से पेप्सी का प्रतीक रहा है लेकिन जब कैप्टन बत्रा ने जीत की घोषणा करने के लिए इसका इस्तेमाल किया तो इसे एक बिलकुल नया मतलब मिल गया। नए लिमिटेड एडिशन कैन्स और दिल को छूने वाले स्पेशल वीडियो पेश कर हमें कैप्टन बत्रा और उनके जैसे कई सैनिकों की निस्वार्थ सेवा व बहादुरी का सम्मान करते हुए गौरव महसूस हो रहा है। इस कारगिल विजय दिवस पर हम उन सभी बहादुर हीरोज़ को याद करते हुए उनकी कभी हार नहीं मानने की भावना और जीवटता को सलाम करते हैं।”
ये लिमिटेड एडिशन कैन्स आगामी अगस्त से, जो कि भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस का 74वां वर्ष भी है, अवसर पर चुनिंदा ई-कॉमर्स चैनलों पर उपलब्ध होंगे।