उपायुक्त कार्यालय के नाक के निचे जिला शिक्षा विभाग मे बड़े पैमाने पर घूसखोरी का धंधा जारी- प्रीतम बांकिरा
चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम में शिक्षा विभाग घूसखोरी का अड्डा बन गया है। लगातार अफसर क्लर्क के माध्यम से शिक्षकों से पैसों की वसूली कर रहे हैं। उक्त बातें युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रीतम बॉंकिरा ने कही । उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं ।
ताजा मामला अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी मधुकर कुमार के कार्यालय का है ।जिन शिक्षकों को इंक्रीमेंट जनवरी में मिला है, सर्विस बुक में चढ़ाने के लिए क्लर्क के माध्यम से ₹500 प्रति शिक्षक खुलेआम वसूली जारी है। जो शिक्षक कलर्क के माध्यम से ₹500 जमा कर रहे हैं उनका फाइल जमा लेकर तुरंत सिग्नेचर कर दिया जा रहा है अन्यथा वही टेबल पर पड़ा हुआ है बाकी को बुधवार को अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी के कलर्क द्वारा यह कहकर लौटा दिया गया कि यदि पैसा नहीं देंगे तो साहब हस्ताक्षर नहीं करेंगे और पैसा देंगे तो अभी तुरंत साइन कर देंगे। शिक्षकों ने इसकी शिकायत युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रीतम बंकीरा के मार्फत सांसद गीता कोड़ा से की है। इस बाबत अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी मधुकर कुमार से वार्ता की गई तो उन्होंने मामले की जांच करने की बात कही। अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी और कलर्क के बातों से यह लगता है कि यह मिली भगत से ही घूसखोरी का धंधा चलाया जा रहा है।
प्रीतम बांकिरा ने बताया कि उपायुक्त अनन्य मित्तल से शिक्षा विभाग की घूसखोरी के बारे में पूर्व में भी शिकायत की गई थी, परंतु पूरे काले कारनामे में उनकी चुप्पी से मामला और बिगड़ रहा है।
श्री बांकिरा ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी अभय कुमार शील के कार्यालय में भी जमकर घूसखोरी हो रही है। महिला शिक्षकों से मैटरनिटी लीव व अन्य छुट्टियों के एवज में लगातार फाइलों को लटकाया जा रहा है । डेढ़-डेढ़ महीनों से फाइलों को टेबल पर लटकाया गया है और जो पैसे दे रहे हैं उनका फाइल तुरंत सिग्नेचर कर आगे बढ़ा दिया जा रहा है। इसमें सबसे ज्यादा महिला शिक्षकों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
शिक्षकों ने अभय कुमार शील पर दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है । कई सारे प्रधानाध्यापकों और सामान्य शिक्षकों के साथ अभद्र भाषा शैली में वार्तालाप हमेशा से किया जाता रहा है और छोटी-छोटी बातों पर कार्रवाई करने की धमकी देकर भयादोहन किया जा रहा है। जहां शिक्षकों का उत्साह बढ़ाया जाना चाहिए ताकि जिले के शिक्षा का स्तर ऊपर उठ सके क्योंकि इस वर्ष के परीक्षा परिणामों में जिले की स्थिति सही नहीं है ।इसमें सबसे बड़ा कारण यह भी है कि शिक्षा पदाधिकारी का सही ना होना। शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है । श्री बांकिरा ने बताया की संपूर्ण मामले की रिपोर्ट सांसद गीता कोड़ा, शिक्षा सचिव तथा संबंधित मंत्री को सौंपी जाएगी।दोनो अधिकारियों पर करवाई की मांग की जाएगी। दोनो पदाधिकारिओं को तत्काल बर्खास्त कर जिला में ईमानदार पदाधिकारियों की पदस्थापना जरूरी है। इनसे सरकार की छवि खराब हो रही है।