ईटी मनी ने निवेश के व्यवहार और पैटर्न पर रूझान पेश किए कम नुकसान झेलने की क्षमता रखने वाले निवेशक ले रहे हैं अधिक जोखिम
जमशेदपुर/रांची: भारत के सबसे बड़े म्युचुअल फंड ऐप्स में से एक और सबसे तेज़ी से विकसित होते इन्वेस्टमेन्ट अडवाइज़री प्लेटफॉर्म ईटी मनी ने हाल ही में अपनी एक्सक्लुज़िव रिपोर्ट ‘इंडिया इन्वेस्टर पर्सनेलिटी रिपोर्ट 2022’ जारी की है, जिसमें लाखों निवेशकों की सोच और उनके विचारों पर रोशनी डाली गई है। इनवेस्टर पर्सनेलिटी असेसमेन्ट फीचर के द्वारा इन रूझानों का आकलन किया गया है, जो चार मानकों- रिस्क टॉलरेन्स, लॉस एवर्ज़न, फाइनैंशियल मास्टरी और ओवरकॉन्फिडेन्स लैवल (जोखिम सहने की क्षमता, नुकसान को कम करना, वित्तीय महारत और ज़्यादा आत्मविश्वास) के आधार पर निवेशक (यानि इन्वेस्टर) का मूल्यांकन करता है और निवेश के बारे में उनकी सोच का अनुमान लगाता है। इस एक्सक्लुज़िव रिपोर्ट के बारे में बात करते हुए मुकेश कालरा, संस्थापक एवं सीईओ, ईटी मनी ने कहा कि आपके निवेश के तरीकों पर ही निर्भर करता है कि आपका पैसा कैसे बढ़ेगा। और इन्हीं पहलुओं को समझ कर ही आप निवेश के स्मार्ट फैसले ले सकते हैं। ‘ईटी मनी इंडिया इन्वेस्टर पर्सनेलिटी रिपोर्ट 2022’ रियल टाईम में स्थिति को समझने में मदद करती है यानि भारतीय निवेशक जोखिम लेने की क्षमता पर विचार किए बिना ही रिटर्न के पीछे भाग रहे हैं। इन विचारों से बाहर आकर ही आप निवेश के बेहतर और स्मार्ट फैसले ले सकते हैं। यही कारण है कि हमारी अनूठी पेशकश ईटी मनी जीनियस सबसे पहले यूज़र की पर्सनेलिटी को समझती है और इसके बाद उनकी जोखिम लेने की क्षमता को ध्यान में रखते हुए उन्हें पोर्टफोलियो का सुझाव देती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीयों में निवेश के फैसले रिटर्न और मार्केट को देखते हुए लिए जाते हैं, इस व्यवहार में उचित बदलाव लाने की आवश्यकता है। इसी के मद्देनज़र मेंबरशिप सर्विस ईटी मनी जीनियस, निवेशकों को उनके निवेश के उद्देश्य समझने में मदद करती है ताकि वे सोच-समझ पर अनुकूलित पोर्टफोलियो बना सकें।