बिहार पटना । राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ डॉ स्मिता शर्मा एवं प्रदेश संगठन सचिव सह प्रदेश मीडिया प्रभारी महिला प्रकोष्ठ लक्ष्मी सिन्हा ने कहा कि इस वर्ष की होली और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का सहयोग अद्भुत है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस नारियों के महत्व को अधिक सार्थक करने तथा उनको अधिकारों की दृष्टि से वैश्विक,आर्थिक और सामाजिक स्तर पर जागरूक और सक्षम बनाने के उद्देश्य से आरंभ हुआ। श्रीमती डॉ स्मिता शर्मा ने कहा कि होली आने वाली है। स्त्री के लिए मर्यादा में लगाया गया रंग ही असली उत्सव है वरना जो मर्यादित नहीं,वो हुड़दंग है। रंग व औषधि प्रेम पूर्वक लगाए जाते हैं। इसलिए आठ मार्च को होली पर जिस स्त्री को रंग लगाएं, उसे अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई अवश्य दें। श्रीमती लक्ष्मी सिन्हा ने कहा कि सनातन धर्म स्त्री समानता का सबसे बड़ा पैरोकार रहा है। हमारे यहां पहले स्त्री का नाम फिर पुरुष का नाम लिखा और लिया जाता है जैसे-श्री नारायण, राधे श्याम, सीता राम, उमापति शिव आदि। हमारे यहां बिना स्त्रियों के होली क्या किसी भी अन्य त्योहारों या मांगलिक कार्य की शुरुआत नहीं होती। इसलिए रस हो या रास, होली हो या कोई अन्य त्यौहार, स्त्री के बिना सब हर्षोल्लास अधूरा है। श्रीमती सिन्हा ने कहा कि ईश्वर ने स्त्री को बड़े से बड़े दुख सहन करने की शक्ति प्रदान की है। गोपियों के दुख से बड़ा दुख क्या होगा, जो उन्हें कान्हा से बिछड़ कर मिला। एक बात और ध्यान रखने योग्य है कि संसार की हर स्त्री अपने चारों तरफ मर्यादा की लक्ष्मण रेखा बनाए रखती हैं और वह चाहती हैं कि आप मर्यादा की उस रेखा को उसकी अनुमति से पार करें। यदि आप उस मर्यादा रेखा को जबरदस्ती पार करने की तनिक भी कोशिश करते हैं तो अपने पतन के लिए तैयार रहिए। स्त्री के लिए मर्यादा में लगाया गया रंग ही असली उत्साह है।