आंध्र भक्त श्री राम मंदिर में स्वर कोकिला को दी गई श्रद्धांजलि
जमशेदपुर। स्वर साम्राज्ञी, स्वर कोकिला, सुरों की मल्लिका महान पाश्र्वगायिका लता मंगेशकर के निधन पर टीम म्यूजिकोलॉजी एवम आन्ध्र भक्त श्रीराम मन्दिरम द्वारा राम मंदिर के कल्यानमंडपम में एक शोक सभा का आयोजन कर लता जी को श्रद्धांजलि अर्पित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत श्री सुरंजन राय, श्री ज़म्मि भास्कर, श्री महीधर श्याम एवम श्री एस दुर्गा प्रसाद ने दीप जलाकर किया। सभी सदस्यों ने लता जी के तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया एवम उनके आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
श्री सुरंजन राय ने लता जी के बारे में कहा भारतीय संगीत लता जी के बगैर अधूरा है सिर्फ भारत मे ही नही बल्कि पूरी दुनिया मे लता जी के करोड़ो प्रशंसक आज स्तब्ध है। लता जी हमेशा हमारे दिलों में रहेंगी।
राम मन्दिरम के महासचिव श्री एस दुर्गा प्रसाद ने कहा लता जी हर उत्सव, पारिवारिक मौकों, भजन एवम देश भक्ति के गीत गाये है उनके गीतों से आज के नए गायक प्रेरणा लेकर गायकी सीख रहे है। हम सभी ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवम अपनी चरणों मे स्थान देने की प्रार्थना करते है।
सुश्री संगीता दुबे ने लता जी के एक गीत मेरी आवाज ही पहचान है, नाम गुम जाएगा।।गाकर अपनी ओर से श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में टीम म्यूजिकोलॉजी की ओर से महीधर श्याम, संगीता दुबे, महीधर शेखर, एन सुमन, पीयूष चक्रवर्ती, देवेंद्र झा, अमनदीप कौर, एम साई आदर्श एवम राम मन्दिरम की ओर से महासचिव श्री एस दुर्गा प्रसाद, उपाध्यक्ष श्री ज़म्मि भास्कर, श्री एस रवि कुमार, वाई मनमद राव आदि उपस्थित थे।