राजनीति के पुराने सिक्के को बदलने की ज़रूरत है, परिवर्तन ही विकास का आधार है : सौरव विष्णु
जमशेदपुर। सौरव विष्णु निर्दलये प्रत्याशी ने कहा इस पूर्वी सिंहभूम के राजनीति के पुराने सिक्के को जिसमे एक तरफ कांग्रेस तो दूसरी तरफ BJP है। पब्लिक अब सिक्के को बदल कर एक नये सिक्के को बदलने का मन बना चुकी गई, क्योंकि विकास की आधारसीला हि परिवर्तन है ।
जब तक परिवर्तन नही होगा विकास नही होने वाला ।
राजननीति पार्टियों द्वारा विकास को ऐसा दिखाया जा रहा है, मानो विकास कोई बहुत बड़ी उड़ती चिड़िया का नाम हो, लेकिन अगर मुज़हे जनता का आर्शीवाद मिला तो मे जनता को दिखा दूंगा की विकास करना कितना आसान है ।
सौरव विष्णु ने कहा की मैं आम जनता के लिए 5 कामो को लेकर वचनबद्ध हु और रहूंगा।
1. स्वस्थ – जनता के लिए पूर्वी सिंघभूम के बिरसानगर मे मैं एक अस्पताल बनवाने का कार्ये करूंगा ताकि पूर्वी की जनता को अच्छा स्वस्थ लाभ मिल चुके ।
2. शिक्षा – टाटा स्टील द्वारा जमशेदपुर मे करीब 200 से ज्यादा स्कूलों को बंध कर दिया गया है। मैं उन सभी स्कूलों को खुलवाने का कार्ये करूंगा । ताकि जमशेदपुर के बच्चो को अच्छी शिक्षा का लाभ मिल सके । जिससे उनकी ज़िंदगी सुधर सके।
3. रोजगार – जब अच्छी शिक्षा मिलेगी तो अच्छे रोजगार मिलेगा । रोजगार के लिए मैं टाटा स्टील और उनसे जुड़े सारी कंपनियों से बात करके रोजगार का इंतेज़ाम और मौका बनवाऊंगा ताकि जमशेदपुर की जनता को अच्छे रोजगार मिल सके जिससे उनकी ज़िंदगी मे खुशहाली आये ।
4. महिला सुरक्षा – हर मंडल मे एक महिला हेल्पलाइन नंबर 24*7 चालू रहेगा , जिस भी महिला को किसी भी तरह का कोई दिक्कत होगा उसपर कॉल करके अपना प्रॉब्लम बता सकेंगी ।
मैं एक महिला सुरक्षा टीम का गठन करूंगा जिसमे रिटायर ऑफिसर, वकील और वैसे लोग रहेंगे जो महिला सुरक्षा एयर उनसे जुड़े मुद्दे पर काम करेंगे और उनको नाये दिलवाएंगे ।
5. महिला सशक्तिकरण का मतलब है, महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाना। इसका मकसद महिलाओं को शक्तिशाली बनाना है, ताकि वे अपने जीवन से जुड़े सभी फ़ैसले खुद ले सकें और समाज में अच्छे से रह सकें। महिला सशक्तिकरण से जुड़ी कुछ खास बातेंः
महिला सशक्तिकरण से महिलाओं को रोज़गार, शिक्षा, और आर्थिक तरक्की के बराबर मौके मिलते हैं।
महिला सशक्तिकरण से महिलाओं को लिंग भूमिकाओं को फिर से परिभाषित करने का मौका मिलता है।
महिला सशक्तिकरण से महिलाओं को अपने अधिकारों के बारे में जागरूकता मिलती है।
महिला सशक्तिकरण से महिलाओं को पुरुषों पर निर्भर रहने के बजाय समाज में अपना स्थान बनाने में मदद मिलती है।
महिला सशक्तिकरण से महिलाओं को समाज और देश में बदलाव लाने में मदद मिलती है।
भारत में महिला सशक्तिकरण से जुड़ी कुछ खास बातेंः
भारत में महिलाओं का राजनीतिक प्रतिनिधित्व कम है। लोकसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 14.4% और राज्यसभा में 13% है।
नारी शक्ति वंदना अधिनियम 2023 के तहत लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण का प्रावधान है, लेकिन इसका क्रियान्वयन अभी भी लंबित है।