सलमान खान से 5 करोड़ रंगदारी मांगने और धमकी देने वाले को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया
मानगो आजाद बस्ती का रहने वाला आरोपी शेख हुसैन साकची बाजार में सब्जी बेचने वाला निकला
जमशेदपुर। मुंबई के फ़िल्म स्टार सलमान खान से 5 करोड़ रुपया रंगदारी मांगने और धमकी देने वाला युवक शेख हुसैन साकची में सब्जी बेचने वाला निकला। वह मानगो आजाद बस्ती रोड नंबर 7 का रहने वाला है।
सलमान खान से रंगदारी मांगने के आरोप में शेख हुसैन नामक युवक को पुलिस ने मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुंबई पुलिस द्वारा जमशेदपुर पुलिस के सहयोग से तीन दिनों की छापामारी के बाद यह बड़ी सफलता हासिल की है। बुधवार देर रात मानगो इलाके से शेख हुसैन को गिरफ्तार किया है
पुलिस ने उसका वह मोबाइल जब्त कर लिया है, जिससे उसने धमकी भरा मैसेज भेजा था। शेख हुसैन पर आरोप है कि उसने सलमान खान से 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी और धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए तो सलमान खान की स्थिति पूर्व राजनेता बाबा सिद्दीकी से भी बदतर होगी।
उसने व्हाट्सएप पर यह संदेश भेजकर दावा किया कि वह लारेंस बिश्नोई गैंग का करीबी है और सलमान खान से बिश्नोई की दुश्मनी सुलझाने के लिए यह रकम मांगी जा रही है। धमकी को हल्के में न लेने की चेतावनी भी दी गई थी। उसने टीवी पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई द्वारा सलमान खान की हत्या कराने की खबरें देखी थीं। उसी के आधार पर उसने यह कदम उठाया।
शेख हुसैन ने इंटरनेट पर मुंबई ट्रैफिक पुलिस का नंबर सर्च कर, उसके व्हाट्सएप नंबर पर धमकी भरा संदेश भेजा और फिर अपना मोबाइल बंद कर लिया था। 16 अक्टूबर को यह मैसेज मिलने के बाद मुंबई पुलिस ने फोन नंबर को ट्रेस करना शुरू किया, जिससे पता चला कि यह मैसेज जमशेदपुर से किया गया था। फिर क्या था मुंबई पुलिस ने जमशेदपुर पुलिस की मदद से मानगो, जुगसलाई और बागबेड़ा में छापामारी की और अंततः शेख हुसैन को गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार को उसे जमशेदपुर कोर्ट में प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले जाया जाएगा।
पुलिस अब यह पता लगाने मे जुटी है कि इसका कनेक्शन सही मे है या नहीं यह जाँच के बाद ही पता चलेगा।
वंही परिवार का कहना है कि वे लोग काफी गरीब है। किसी तरह सब्जी बेंच कर परिवार का भरण पोषण करते है। परिवार की माने तो शेख गलती से मैसेज किया है। ज़ब उसे अपनी गलती का अहसास हुआ तो उसने व्हाट्सप्प पर माफ़ी भी मांगी। इस घटना के संबध में शेख हुसैन के अधिवक्ता बीरेंद्र सिंह ने कहा की मुंबई पुलिस का रिमांड पर लेना गलत है। पहले इस घटना की जांच करनी चाहिए था। पुलिस यह भी पता नहीं की की सिम किसके नाम से लिया गया है। हालांकि
महराष्ट्र पुलिस बिना कैमरा जाँच की बातें कहा रही है। कैमरे पर उन्होंने कोई बात नहीं की।