डालमिया सीमेंट ने ग्रामीण स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करने के लिए हज़ारीबाग में मोबाइल मेडिकल यूनिट सेवा शुरू की
वॉकहार्ट फाउंडेशन के सहयोग से 100 दिवसीय टीबी जागरूकता अभियान शुरू किया गया
हज़ारीबाग : सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारत के अग्रणी सीमेंट निर्माता डालमिया सीमेंट (भारत) लिमिटेड (डीसीबीएल) ने आज झारखंड के हज़ारीबाग़ में एक नई मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) लॉन्च की। यह यूनिट दूर-दराज के गांवों तक पहुंचकर जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं और संसाधन उपलब्ध कराएगी, जो आमतौर पर ऐसे क्षेत्रों तक पहुंच पाना मुश्किल होती है। इस पहल की शुरुआत मानव कल्याण के लिए काम करने वाली एक गैर-लाभकारी संस्था वॉकहार्ट फाउंडेशन के साथ मिलकर 100-दिवसीय तपेदिक (टीबी) जागरूकता अभियान के साथ शुरू हुई। इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीणों को टीबी के प्रति जागरूक करना, उन्हें शिक्षित करना और स्क्रीनिंग के माध्यम से शुरुआती पहचान और समय पर उपचार को सुनिश्चित करना है। एमएमयू का उद्घाटन हज़ारीबाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी और सिविल सर्जन, डॉ. सरयू प्रसाद सिंह तथा डब्ल्यूएचओ के सलाहकार, डॉ. अरुण सेल्विन ने किया। यह यूनिट आसपास के पांच गांवों पर्रा, चहटी बरियातु, नवाखाप, गोपदा और डुमरी में टीबी जागरूकता और जांच सेवाएं प्रदान करेगी। इस मोबाइल यूनिट के माध्यम से दूर-दराज के क्षेत्रों में नियमित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
इस पहल पर बात करते हुए, डीबीएल के नेशनल मैन्युफैक्चरिंग हेड श्री गणेश जिरकुंटवार ने कहा, “डालमिया भारत में हम मानते हैं कि स्वास्थ्य किसी भी समाज के विकास की नींव है। हमारी मोबाइल मेडिकल यूनिट्स के माध्यम से हम दूरदराज के गांवों तक जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने और समय पर इलाज सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं। इस पहल को सफल बनाने के लिए हम झारखंड सरकार और वॉकहार्ट फाउंडेशन का आभार व्यक्त करते हैं।”
डालमिया भारत ग्रामीण समुदायों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। इसका उद्देश्य सतत विकास के जरिए आत्मनिर्भर और सुदृढ़ समाज का निर्माण करना है।