समन्वयक डॉ. त्रिपुरा झा ने मार्गदर्शन और परामर्श, सूचना एवं संप्रेषण प्रौद्योगिकी के महत्व पर प्रकाश डाला
जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की इग्नू बी.एड प्रोग्राम की कार्यशाला-2 के छठवें दिन इग्नू की समन्वयक डॉ. त्रिपुरा झा ने प्रार्थना सभा के साथ प्रथम सत्र में चारों सत्र का विषय प्रवेश कराते हुए ‘मार्गदर्शन और परामर्श’, ‘सूचना एवं संप्रेषण प्रौद्योगिकी’ और ‘चिंतनशील डायरी’ पर संक्षेप में प्रकाश डाला।
प्रथम सत्र में कॉ-ऑपरेटिव कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ. बीरू प्रकाश महतो ने पी.पी.टी के द्वारा ‘मार्गदर्शन एवं परामर्श’ विषय पर, श्रीमती नेहा सुरुचि मिंज ने ‘मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा’ विषय पर और कोल्हान विश्वविद्यालय की एम.एड की विभागाध्यक्ष डॉ. सुचित्रा बेहरा ने ‘सूचना एवं संप्रेषण प्रौद्योगिकी’ विषय पर शिक्षार्थियों के साथ विमर्श किया और शिक्षण में इन तीनों की भूमिका को इंगित किया। शिक्षार्थियों ने आई सी टी विषय पर शिक्षण अधिगम सामग्री का निर्माण भी किया।
द्वितीय सत्र में शिक्षार्थियों ने सामूहिक गतिविधि द्वारा अपने विचारों एवं अनुभवों को रिपोर्ट के माध्यम से साझा किया। प्रत्येक शिक्षार्थी ने दिए गए विषय पर प्रतिवेदन बनाया और प्रस्तुत किया।
तृतीय सत्र की संसाधन सेवी रहीं जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापिका डॉ. अरुणिमा कुमारी ने शिक्षार्थियों से पी.पी.टी के माध्यम से ‘चिंतनशील डायरी के महत्व’ के विषय में बताया और बेहतर चिंतनशील डायरी लिखने के नियमों की जानकारी दी। सत्र विशेषज्ञ द्वारा विद्यार्थियों का इस विषय पर मार्गदर्शन और मूल्यांकन किया गया।
चतुर्थ सत्र में समन्वयक डॉ. त्रिपुरा झा ने संसाधन सेवी के रूप में चिंतनशील डायरी के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डालते हुए शिक्षार्थियों के अनुभवों को सुनते हुए अपने सुझाव दिए और मूल्यांकन किया।
देश के विभिन्न राज्यों से आए शिक्षार्थियों ने कार्यशाला में अपनी – अपनी चिंतनशील डायरी के अनुसार अपनी इंटर्नशिप-2 के विभिन्न अनुभवों को साझा किया।
राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का सत्रावसान हुआ। कार्यशाला में शिक्षक, छात्राएं, छात्र, संसाधन सेवी उपस्थित रहे।