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सतनाला से लाइए मानगो तक पानी, सौ साल तक नहीं होगी कमी : सरयू राय

मानगो शहरी जलापूर्ति योजना पुनर्गठन कार्य फेज-2 के तहत जलमीनार का सरयू राय ने किया उद्घाटन


बोले सरयू
सरकार उनके इस प्रस्ताव को नहीं मानती तो जनता संघ मिल कर दबाव बनाएंगे

-सतनाला से मानगो तक पानी लाने में न के बराबर होगा खर्च

प्रस्तावित बस पड़ाव क्षेत्र में दो एकड़ में बने नगर निगम का कार्यालय

-मानगो में साफ-सफाई की स्थिति खराब

उप नगर आयुक्त मैनपॉवर की जरूरत बताएं, सरकार से बजट वह दिलाएंगे

जमशेदपुर। जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने कहा है कि अगर सतनाला डैम से मानगो के लिए पानी की व्यवस्था कर दी जाए तो मानगो से लेकर घाटशिला तक अगले सौ साल तक के लिए पेयजल की समस्या खत्म हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सतनाला से जो पानी मानगो में आएगा, वह पर्याप्त मात्रा में आएगा और उसकी शुद्धता भी ज्यादा होगी। श्री राय ने घोषणा की कि अगर सरकार उनके इस प्रस्ताव को नहीं मानती है तो वह मानगो की जनता को साथ में लेकर सरकार पर दबाव बनाएंगे।

मानगो शहरी जलापूर्ति योजना पुनर्गठन कार्य फेज-2 के तहत जलमीनार का सोमवार को उद्घाटन करने के बाद सरयू राय ने कहा कि वह पहले भी कहते रहे हैं कि सतनाला डैम से पानी लाकर मानगो में जलापूर्ति करने में बहुत ज्यादा खर्च नहीं है। यह खर्च न के बराबर ही होगा। सिर्फ एक टंकी बनानी होगी। सरकार अगर प्रस्ताव को हरी झंडी दे दे तो दो माह में ही पाइपलाइन बिछाने का कार्य हो जाएगा और पेयजलापूर्ति छह माह के भीतर ही शुरु हो जाएगी।

सरयू राय ने कहा कि आज जिस पानी टंकी का उद्घाटन हुआ है, वह दरअसल एक महत्वाकांक्षी योजना का छोटा हिस्सा था। हम लोगों ने 2018 में इसका शिलान्यास किया था और उम्मीद की थी कि वन विभाग से एनओसी लेने के बाद निर्माण कार्य दो साल के भीतर पूर्ण हो जाएगा। किसी कारण से विलंब हो गया। चुनाव में जब वह फिर से पश्चिमी जमशेदपुर से विजयी हुए तो कारणों का पता लगाया। उसकी चर्चा फिर कभी।

सरयू राय ने कहा कि मानगो में एक अस्पताल बना है। उसे इसलिए चालू नहीं किया जा रहा है, क्योंकि उसके लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। यह पता चला है कि स्वास्थ्य विभाग अस्पताल में पानी के लिए एक नई योजना पर काम कर रहा है जिसके तहत स्वर्णरेखा नदी से पानी खींच कर लाया जाएगा और अस्पताल चलेगा। श्री राय ने कहा कि सतनाला डैम उंचाई पर है। वहां पानी प्रचुर मात्रा में है। अगर आप वहां सिर्फ पाइप लगा देंगे तो पानी मानगो तक आ जाएगा। अस्पताल को भी भरपूर पानी मिलेगा। अभी की स्थिति यह है कि हम लोग पानी खींचते हैं, उसे ऊपर चढ़ाते हैं, फिर वहां पानी का ट्रीटमेंट होता है, फिर उसे वापस भेजते हैं। तब जाकर हमें पानी मिलता है। राष्ट्रीय सिंचाई नीति में सबसे पहला स्थान पीने के पानी का है। टाटा स्टील भी लोग भी अगर डिमना से पानी लें तो प्रचुर पानी मिलेगा। नदी से पानी खींचने का रेट थोड़ा कम है, नहर से पानी खींचने का रेट थोड़ा ज्यादा है। टाटा स्टील वाले इसमें रुचि नहीं रखते। वो नदी से ही पानी खींचने की तैयारी में रहते हैं। भले ही आम जनता को पानी मिले या ना मिले। हम इन तमाम दिक्कतों से दूर हो जाएंगे, अगर सतनाला डैम का पानी मानगो में पीने के लिए दिया जाता है तब। अगर हमारी इस योजना को मानने के लिए सरकार तैयार नहीं होती है तो मानगो की जनता की तरफ से आवाज उठनी चाहिए कि उन्हें पानी का पर्याप्त और शुद्ध पानी चाहिए।

श्री राय ने कहा कि अगर उनकी योजना पर सरकार बढ़िया से काम करे तो अधिकतम छह माह के भीतर सतनाला डैम से मानगो को पानी देने की योजना पूरी हो जाएगी। कोई खर्च भी नहीं होना है। टंकियां पहले से बनी हुई हैं। उन्होंने झारखंड सरकार से कहा है कि वह भी भारत सरकार की तर्ज पर एक जलशक्ति समन्वय समिति बना दे। यह समिति ही तय करेगी कि पानी का उपयोग कहां करना है।
श्री राय ने कहा कि आज मानगो नगर निगम के लोग जिस भवन में बैठते हैं, वह उन्होंने गांधी स्मारक के लिए बनवाया था। उसे इन लोगों ने अपना दफ्तर बना लिया। कल मानगो नगर निगम के चुनाव होने हैं। जो वार्ड कमिश्नर चुने जाएंगे, वो कहां बैठेंगे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से बात की तो वो सहमत तो हुए लेकिन अभी तक कुछ हुआ ही नहीं।

सरयू राय ने कहा कि पेयजल के बाद साफ-सफाई, कचरा की समस्या से भी मानगो को निजात चाहिए। जनता की हमेंशा यही शिकायत रहती है कि समय पर कचरा नहीं उठता। नालों की समय पर सफाई भी नहीं होती। उन्होंने मानगो नगर निगम के उप नगर आयुक्त से कहा कि उन्हें कितने मैनपावर की जरूरत है, वह देखें। कैलकुलेट करें और उन्हें बताएं। वह सरकार से बात कर आपको बजट दिलवाएंगे। साफ-सफाई तो नियमित तौर पर होनी ही चाहिए। उन्होंने प्रस्तावित बस पड़ाव क्षेत्र में ही खाली पड़े दो एकड़ जमीन में नगर निगम का कार्यालय बनाने का भी सुझाव दिया।

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