आमेर किला एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर
सुनिता त्रिपाठी’अजय’
जयपुर। आमेर किला, जो राजस्थान की राजधानी जयपुर से लगभग 11 किलोमीटर दूर अरावली की पहाड़ियों पर स्थित एक ऐतिहासिक किला है। यह किला मेवाड़ के राजाओं द्वारा बनवाया गया था और इसका निर्माण 16वीं शताब्दी में हुआ था।
आमेर किले का इतिहास बहुत पुराना है। इसका निर्माण मेवाड़ के राजा मान सिंह द्वारा 1592 में किया गया था। इस किले को बनाने में लगभग 100 साल लगे थे और इसका निर्माण 1699 में पूरा हुआ था। आमेर किले का निर्माण मेवाड़ के राजाओं द्वारा अपने राज्य की रक्षा के लिए किया गया था।
आमेर किले की वास्तुकला बहुत ही अद्वितीय है। यह किला लाल और पीले पत्थरों से बना हुआ है और इसकी दीवारें बहुत ही मजबूत हैं। इस किले में कई सारे महल, मंदिर और बाग़ हैं, जो इसकी सुंदरता को और भी बढ़ाते हैं।
आमेर किले के आकर्षण:
– दीवान-ए-आम
: यह आमेर किले का एक प्रमुख आकर्षण है, जो एक बड़े से हॉल में स्थित है। यहाँ पर राजा अपने दरबारियों और अधिकारियों से मिलते थे।
– *दीवान-ए-खास*: यह आमेर किले का एक अन्य प्रमुख आकर्षण है, जो एक छोटे से हॉल में स्थित है। यहाँ पर राजा अपने निजी दरबारियों और अधिकारियों से मिलते थे।
– शीश महल: यह आमेर किले का एक प्रमुख आकर्षण है, जो एक सुंदर महल में स्थित है। यहाँ पर राजा अपनी रानियों के साथ रहते थे।
– जगत शिरोमणि मंदिर: यह आमेर किले का एक प्रमुख आकर्षण है, जो एक सुंदर मंदिर में स्थित है। यहाँ पर राजा अपनी पूजा-अर्चना करते थे
– शिला माता मंदिर: यह आमेर किले का एक प्रमुख आकर्षण है, जो एक सुंदर मंदिर में स्थित है। यह मंदिर देवी काली को समर्पित है, जिन्हें शिला माता के नाम से जाना जाता है
आमेर से जयपुर की राजधानी का स्थानांतरण
आमेर किला मूल रूप से आमेर के राजाओं का निवास स्थान था। आमेर के राजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने 1727 में जयपुर शहर की स्थापना की और आमेर से जयपुर की राजधानी का स्थानांतरण किया। इसके बाद आमेर किला एक ऐतिहासिक धरोहर के रूप में विकसित हुआ।
आमेर किला न केवल एक ऐतिहासिक धरोहर है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक धरोहर भी है। यह किला राजस्थान की संस्कृति और इतिहास को दर्शाता है और यहाँ के लोगों के लिए यह एक गर्व का विषय है।
आमेर किला राजस्थान के पर्यटन उद्योग के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहाँ पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कई सारे आकर्षण हैं ।
आमेर किले की यात्रा करने के लिए आपको जयपुर आना होगा। जयपुर से आमेर किला लगभग 11 किलोमीटर दूर है और यहाँ तक पहुँचने के लिए आपको टैक्सी या ऑटो रिक्शा किराए पर लेना होगा। आमेर किले की यात्रा करने के लिए आपको जयपुर के कई सारे पर्यटन स्थलों की यात्रा भी करनी चाहिए, जैसे कि हावा महल, सिटी पैलेस, और जंतर-मंतर
आमेर किले की यात्रा करने के लिए आपको कई सारी चीजों का ध्यान रखना होगा, जैसे कि:
– आमेर किले की यात्रा करने के लिए आपको जयपुर के मौसम के अनुसार कपड़े पहनने होंगे गुलाबी शहर मै धुमने का अलग ही आनंद है।
– आमेर किले की यात्रा करने के लिए आपको पानी और खाने की व्यवस्था करनी होगी।
– आमेर किले की यात्रा करने के लिए आपको अपने साथ कैमरा और अन्य आवश्यक चीजें ले जानी होंगी।
आमेर किला एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर है, जो राजस्थान की संस्कृति और इतिहास को दर्शाता है। यह किला पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल है और यहाँ के लोगों के लिए यह एक गर्व का विषय है। आमेर किले की यात्रा करने से आपको राजस्थान की संस्कृति और इतिहास के बारे में जानने का अवसर मिलेगा और आप यहाँ की सुंदरता का अनुभव करेंगे बहुत सुंदर है आप हाथी की सवारी भी करके किले तक जा सकते है। जयपुर राजा की कुलदेवी शिलामाता का मन्दिर भी किले मे और जयपुर इतिहास की जानकारी भी आपको देखकर अनुभव होगी एक बार भ्रमण आवश्यक करे।