DelhiFeaturedJamshedpurJharkhandNationalUttar pradesh

भारत की हिन्दी पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान देने वाले 84 वर्षीय चक्रवर्ती गणपति नावड़ का बनारस के अस्पताल में चल रहा हैं ईलाज


भारत की हिंदी पत्रकारिता में उत्तर प्रदेश, बिहार एवं झारखंड में पिछले पाँच दशकों से उल्लेखनीय योगदान करने वाले काशी के मूर्धन्य पत्रकार आज हिंदी दैनिक के स्थानीय संपादक 84 वर्षीय चक्रवर्ती गणपति नावड जी पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे हैं। वाराणसी के श्री शिवप्रसाद गुप्त चिकित्सालय में उनका उपचार चल रहा है।

भारत के हिंदी पत्रकारिता में जिन अहिंदीभाषी पत्रकारों का बहुमूल्य योगदान रहा है। उनमें पं. बाबूराव विष्णु पराडकर, स्व. लक्ष्मण नारायण गर्दे, स्व. रामचंद्र नरहरि बापट, स्व. विद्या भास्कर की गौरवशाली परंपरा के संवाहक यशस्वी पत्रकार श्री चक्रवर्ती गणपति नावड का नाम वर्तमान में शीर्ष पर है। पत्रकारिता में एक संत की भाँति जीवन की तमाम विसंगतियों एवं झंझावातो को झेलते हुए कबीर की तरह फक्कड़ जीवन जीने वाले श्री नावड 84 वर्ष की अवस्था में हिंदी पत्रकारिता में एक ऋषि पत्रकार के रूप में वेद वाक्य अहर्निश सेवामहे को चरितार्थ कर रहे हैं।एक पैर से द्विव्यांग होने के बावजूद श्री नावड ने अपनी अदम्य इच्छा शक्ति, कठिन परिश्रम, त्याग एवं कर्तव्य परायणता के बल पर लगभग 5 दशक से अधिक समय से बिहार, झारखंड एवं उत्तर प्रदेश की हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र मे असाधारण कार्य करते हुये बहुमुल्य योगदान किया है। श्री नावड के स्वास्थ्य को लेकर वाराणसी के पत्रकारों, साहित्यकारों एवं समाज सेवियों ने चिंता जाहिर करते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से श्री नावड को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध कराने की मांग की है।

Related Articles

Back to top button