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सीतारामडेरा थाना प्रभारी अखिलेश मंडल को निलंबित करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए : अजीत अवस्था

मामला / बिना सर्च वारंट और महिला पुलिस के महिला अधिवक्ता के बेडरूम तक घुसकर थाना प्रभारी द्वारा बदतमीजी करने का

जमशेदपुर। एक तो चोरी और ऊपर से सीनाजोरी वाली कहावत चिरतार्थ होती है सीतारामडेरा थाना प्रभारी अखिलेश मंडल के साथ ? मामला महिला अधिकता प्रिया शर्मा के घर में यहां तक कि उनके बेडरूम में घुसकर थानेदार द्वारा गलत हरकत करने का है। सीतारामडेरा थाना प्रभारी बिना सर्च वारंट और बिना महिला पुलिस के महिला अधिवक्ता के घर में घुस गए हैं जबकि उनके खिलाफ कोई मामला भी दर्ज नहीं है। सीतारामडेरा थाना प्रभारी अखिलेश मंडल के खिलाफ जमशेदपुर बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं के बीच काफी आक्रोश देखा जा रहा है। जमशेदपुर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजीत अंबस्ठ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कड़े तेवर में कहा कि एक महिला अधिवक्ता के घर में बिना सर्च वारंट के और बिना महिला पुलिस के उसके बेडरूम तक घुसकर जो गलत हरकत किया है जिला प्रशासन और वरीय पुलिस अधीक्षक से मांग करते हैं कि सीतारामडेरा थाना प्रभारी अखिलेश मंडल को तुरंत निलंबित करते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसे बद मिजाज थाना प्रभारी को इस जिले में भी रहने का कोई अधिकार नहीं है।

गौरतलब है कि जमशेदपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में सीतारामडेरा थाना प्रभारी अखिलेश मंडल के खिलाफ महिला अधिवक्ता के साथ छेड़खानी, अभद्र व्यवहार जैसे अश्लील हरकत करने और भादवी की अन्य धाराओं के तहत शिकायतवाद दर्ज किया गया है। मामला मंगलवार की है। जमशेदपुर कोर्ट में अधिवक्ता प्रिया शर्मा ने सीतारामडेरा थाना प्रभारी की हरकतों को लेकर वीडियो भी कोर्ट में समर्पित किया है, जिसमें थाना प्रभारी उनके साथ बदतमीजी कर रहे हैं और गलत बातें कर रहे हैं। इससे पहले प्रिया शर्मा ने जमशेदपुर बार एसोसिएशन के एडहॉक कमेटी को सौंपी थी, जिसके बाद उन्होंने यह कार्रवाई की है।

सीतारामडेरा थाना क्षेत्र निवासी राजेश कुमार की पत्नी प्रिया शर्मा ने अपनी शिकायत में कहा है कि 14 मई की दोपहर करीब 1 बजे अपने बेडरूम में थी। अचानक ही नीरज गुप्ता की बहन नाइटी में उसके घर के बेडरूम में आई और आकर कहने लगी कि उनके घर पुलिस आई हुई है, भाभी जल्दी चलिए। प्रिया शर्मा जब तक उसकी बातें सुनकर कपड़े बदलती तब तक सीतारामडेरा थाना प्रभारी अखिलेश मंडल दरवाजा बिना खटखटाए उनके (प्रिया शर्मा) बेडरूम में प्रवेश कर गए। इससे वह काफी लज्जित हो गईंऔर उन्होंने थाना प्रभारी को बेड रूम से बाहर निकलने को कहा। कपड़े चेंज करके जब अधिवक्ता प्रिया शर्मा बाहर आई तो उनके द्वारा पूछने पर कि आप इस तरह से किस हक से मेरे रूम में प्रवेश किए। जवाब में सीतारामडेरा थाना प्रभारी मंडल ने अपनी हेकड़ी दिखलाते हुए कहा कि उनके पास पावर है वे कहीं भी घुस सकते हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने जब बोला कि वह यह जानते हुए कि अधिवक्ता का घर है, फिर भी उनके कमरे में कैसे आ गए, तो थानेदार ने कहा कि वह नीरज गुप्ता को खोज रहे हैं और उसकी बहन के पीछे पीछे वे आए हैं। महिला पुलिस को होना चाहिए था आपके साथ और आप इस तरह किसी महिला के पीछे पीछे मेरे कमरे तक कैसे आ गए? अगर आप नीरज गुप्ता को खोज रहे हैं तो नीरज गुप्ता के घर जाइए, आप मेरे घर में क्या कर रहे हैं ? अधिवक्ता के घर पर क्या कर रहे हैं। महिला अधिवक्ता ने कहा की अफसर स्वर्ण दिखलाइए किस अधिकार से आप मेरे घर में घुस गए। नीरज गुप्ता को भी अगर ढूंढ रहे हैं तो उसका वारंट दिखलाइए। थानेदार ने जवाब दिया कि उसका वारंट है, और जब प्रिया शर्मा ने वारंट दिखाने को कहा तो थानेदार के पास किसी प्रकार का कागज नहीं मिला। फिर अधिवक्ता द्वारा लगातार सवाल किए जाने पर थानेदार उनके घर से बाहर निकले तो सबक सिखलाने की धमकी दे डाली।

अधिवक्ता प्रिया शर्मा ने जब कहा कागज दिखाइए तो उनके और थानेदार के बीच बहस हुई पर उसके बाद उनके द्वारा महिला एएसआई को बुलाया गया। प्रिया शर्मा ने बताया कि इस बात का प्रमाण अगर जरूरत हो तो राहुल और जितने भी आफिसर आए थे, उनका सीडीआर निकाल लिया जाए जिससे यह पता चल जाए कि महिला एएसआई कितने बजे आई थी और इस बात का आज पड़ोस के लोग भी गवाह हैं, और सीसीटीवी फुटेज भी है। प्रिया शर्मा ने आरोप लगाया है कि सीतारामडेरा थाना प्रभारी ने अपने पावर का गलत उपयोग करते हुए उनके बेडरूम में प्रवेश किया जो कि गलत था और इसी कारण से दोनों के बीच बहस हुई। अगर बेडरूम में नहीं आते तो वह कागज नहीं मानती और यह बहस ना होती। उन्होंने बताया कि इस बात का प्रमाण उनके पास वीडियो के रूप में मौजूद है, जबकि उनके द्वारा किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई अखिलेश मंडल के ऊपर नहीं की गई, सिर्फ ऊपर के आला अधिकारी को इस बात की सूचना दी गई थी। बावजूद इसके 4 दिन बाद उनके ऊपर गलत इल्जाम लगाते हुए सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का केस सीतारामडेरा थाना मैं कांड संख्या 96/22 दर्ज कर दिया गया। उन्होंने इस मामले में उचित कार्रवाई करने की मांग की है। हालांकि, थाना प्रभारी ने दायर एफआईआर में अधिवक्ता प्रिया शर्मा समेत अन्य पर आरोप लगाया है कि वे लोग आरोपी को पकड़ने गए थे, लेकिन प्रिया शर्मा और अन्य लोगों द्वारा हुई आपत्ति के कारण वे आरोपी को पकड़ नहीं पाए और सरकारी काम में बाधा पहुंची।

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