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राजेश शुक्ल ने लिया को-ऑपरेटिव विधि महाविद्यालय में चल रहे निर्माण कार्य का जायजा

को-ऑपरेटिव महाविद्यालय के प्राचार्य से भी विकास कार्यो और आधारभूत संरचना बढ़ाने पर किया विचार विमर्श


जमशेदपुर। कोल्हान विश्वविद्यालय के संस्थापक सिंडिकेट सदस्य और जमशेदपुर को-ऑपरेटिव विधि महाविद्यालय के चेयरमैन राजेश कुमार शुक्ल ने आज को-ऑपरेटिव विधि महाविद्यालय में चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया। उनके साथ को-ऑपरेटिव महाविद्यालय के प्राचार्य और इस महाविद्यालय की हाई पावर कमिटी के सदस्य डॉ अमर सिंह भी थे। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जीतेन्द्र कुमार , विभागाध्यक्ष डॉ संजीव कुमार विरुली भी साथ थे।

इस अवसर पर को-आपरेटिव विधि महाविद्यालय के चेयरमैन और वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश कुमार शुक्ल ने नए सत्र में नामांकन और महाविद्यालय की प्रगति के संबंध में भी विचार विमर्श किया। शुक्ल ने कहा कि इस महाविद्यालय में अगले बर्ष तक बेहतर आधारभूत संरचना सुलभ होंगी। इसे आदर्श विधि महाविद्यालय बनाने के लिए कदम बढ़ाएं जा रहे है। कोल्हान में यह एक मात्र विधि महाविद्यालय है जो कोल्हान विश्वविद्यालय की अपनी संस्था है जिसको झारखंड सरकार के मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा स्वतंत्र अस्तित्व दिलाने हेतु अनुरोध कोल्हान विश्वविद्यालय ने भेजा है। जल्द निर्णय की संभावना है।

उन्होंने कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रयास की सराहना करते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन इस महाविद्यालय के उन्नयन के लिए कार्य योजना बना रहा है। अगली सिंडीकेट की बैठक में विस्तार से इस महाविद्यालय के आधारभूत संरचना बढ़ाने के संबंध में वे अपने विचार रखेंगे।

को-ऑपरेटिव महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमर सिंह ने कहा कि इस महाविद्यालय को और बेहतर बनाने में वे पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने महाविद्यालय के चेयरमैन राजेश कुमार शुक्ल का इस महाविद्यालय के विकास में किये गए सहयोग की प्रशंसा की तथा उनसे इसी प्रकार मार्गदर्शन करने का आग्रह किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जीतेंद्र कुमार ने कहा है कि इस महाविद्यालय का शानदार इतिहास रहा है आगे भी शुक्ल में कुशल और प्रेरणादायक मार्गदर्शन में बेहतर कार्य होंगे और छात्रों का भविष्य उज्ज्वल रहेंगा।

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