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बच्चपन से धर्म एवं अध्यात्म की शिक्षा जरूरी : रघुवर दास

जमशेदपुर: सूर्य मंदिर समिति द्वारा आयोजित कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के गुरुवार को द्वितीय दिवस पर बाल राधा- कृष्ण सजाओ प्रतियोगिता का ऑडिशन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य रूप से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह मंदिर समिति के संरक्षक श्री रघुवर दास जी उपस्तिथ हुए। जमशेदपुर के विभिन्न क्षेत्रों से 120 प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिसमें से 25 प्रतिभागियों को चयनित किया गया जो कल जन्माष्टमी के दिन होने वाले फाइनल में आपस में प्रतिस्पर्धा करेंगे। प्रतिभागियों की उम्र दस वर्ष तक तय की गई थी। जज की भूमिका में सोनाली चटर्जी, गार्गी सुरल, उज्ज्वला मालविका एवं जयश्री नंदी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नन्हे बच्चों के द्वारा बाल राधा एवं बाल कृष्ण का रूप देखते ही बनता था। मात्र तीन माह की बच्ची को उसकी माँ ने राधा बना कर प्रस्तुत किया जिसने सभी का मन मोह लिया। इसी प्रकार पांच माह से लेकर दस वर्ष तक के बच्चे – बच्चियों ने सभी को आनंदित किया। उपस्थित श्रोताओं ने भी नन्हें नौनिहालों की प्रस्तुति का खूब आंनद लिया।
मौके पर उपस्थित मंदिर समिति के संरक्षक श्री रघुवर दास ने कहा कि हमारा देश आध्यात्मिक देश हैं जहाँ विभिन्न धर्म और जाति के लोग निवास करते हैं। इसलिए यह आवश्यक हो जाता हैं कि धर्म और अध्यात्म की शिक्षा बाल अवस्था से ही दी जाए। जिससे वे अपने धर्म और संस्कृति के प्रति समर्पित रहें, दुनिया में हमारी पहचान अध्यात्म के चलते ही है।
कल के मुख्य आकर्षक कार्यक्रम एकल मटकी फोड़ प्रतियोगिता को लेकर भी तैयारी आयोजन समिति द्वारा पूर्ण कर ली गयी। सुबह 11 बजे से सूर्य मंदिर प्रांगण में महिला एवं पुरुष दोनों इस प्रतिस्पर्धा में भाग लेंगे।
इस मौके पर चंद्रगुप्त सिंह, संजीव सिंह, गुंजन यादव, मंटू बनर्जी, कमलेश सिंह, दिनेश कुमार, पावन अग्रवाल, चंद्रशेखर मिश्रा, कल्याणी शरण, भूपेंद्र सिंह, गुरदेव सिंह राजा, संजय सिंह, अमरजीत सिंह राजा, अखिलेश चौधरी, शशिकान्त सिंह, बिस्वनाथ सरकार, हरकिशोर तिवारी, रॉकी सिंह एवं अन्य उपस्तिथ थे।

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