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झारखंड छात्र मोर्चा ने एबीएम कॉलेज में दीया एक दिवसीय धरना कहां भ्रष्टाचारियों पर जल्दी कोई कार्यवाही नहीं की गई तो अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं छात्र

जमशेदपुर : झारखंड छात्र मोर्चा द्वारा मंगलवार को एबीएम कॉलेज की प्राचार्य के खिलाफ कॉलेज गेट पर एक दिवसीय धरना दिया गया. छात्र मोर्चा व कोल्हान के सचिव पप्पू यादव और धरना पर बैठे कार्यकर्ताओं ने कालेज की प्राचार्य के खिलाफ अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया है कि प्राचार्य ने बिना विश्वविद्यालय की अनुमति के अपने नाम पर यानी मुदिता चंद्रा के नाम पर गोलमुरी केनरा बैंक में एक खाता खुलवाया और कई छात्रों से पैसे डलवाए गए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के नाम पर. छात्रों से ऑनलाइन पैसे लिए गए. झारखंड छात्र मोर्चा द्वारा पत्राचार करने के बाद भी आज तक कोई ना तो संतोषजनक जवाब मिला और ना ही कार्रवाई की गई. आरटीआई से पता चला कि कालेज कमेटी के निर्णय से खाता खोला गया, जबकि विश्वविद्यालय का कहना है कि खाता या किसी भी कार्यक्रम के लिए कालेज को विश्वविद्यालय से अनुमति लेनी पड़ती है. लेकिन खाता खुलवाने के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई.

बिना वि.वि. की अनुमति के बैंक में खाता खोलवाया गया

छात्रों का आरोप है कि सरकारी पैसे का बंदरबांट किया गया है. एक और मामला इंटरमीडिएट में एडमिशन से जुड़ा हुआ है. एक कर्मचारी राधेश्याम जो कई बच्चों से पैसा लेकर उनका परीक्षा फॉर्म नहीं भरा है. जिससे बच्चों का 1 साल बर्बाद हो गया. एक विद्यार्थी के साथ ऐसा हुआ कि वह 2020-22 सत्र में कॉलेज में दाखिला लेता है. राधेश्याम व प्रचार्या की मिलीभगत से वह 2022 की अपनी परीक्षा नहीं दे पाया. छात्र का एडमिशन 2020-22 के जगह 2021-23 के सत्र में दाखिला करवा दिया गया. जबकि यह पूरी तरह से अवैध और नियम संगत नहीं है. विद्यार्थी का नाम पंकज कुमार है. 20-22 सत्र के इस विद्यार्थी ने नियमत अपना नामांकन फीस जमा किया. बजाते रसीद कटवा. परीक्षा दिया. लेकिन बाद में पता चला कि उसका एडमिशन 20-22 सत्र के जगह 21-23 कर दिया गया है. जो की पूरी तरह से गलत और गैर कानूनी है.

नामांकन ने भी धांधली के आरोप, अनियमितता के आरोप भी लगे

इसी तरह का एक और मामला भी है, जिसमें विद्यार्थी अभिषेक सिंह का एडमिशन 20-22 के सत्र में होता है. लेकिन उसका फाइनली एडमिट कार्ड नहीं आ पाता है और पता चलता है कि उसका एडमिशन भी 21 और 23 के सत्र में कर दिया गया. वह अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा नहीं दे पाता है. क्योंकि उसका एडमिट कार्ड नहीं आता है. झारखंड छात्र मोर्चा ने मांग की है कि अगर उनकी बातों पर और अनियमितता पर कार्रवाई नहीं की गई तो वे लोग मजबूरन भूख हड़ताल पर जाएंगे और प्राचार्य को बर्खास्त करने की भी मांग करेंगे. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से झारखंड छात्र मोर्चा के कोल्हान सचिव पप्पू यादव जिला अध्यक्ष कृष्णा कुमार कामत, मंगल सिंह विपिन शुक्ला प्रेम प्रकाश दुबे संदीप सिंह जाकिर हुसैन बिट्टू कुमार आदि उपस्थित थे.

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