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कनक स्मृति संगीतालय द्वारा प्रस्तुत किया गया महिषासुरमर्दिनि नृत्य नाटिका

तिलक कुमार वर्मा
चाईबासा: कनक स्मृति संगीतालय की ओर से महिषासुरमर्दिनि नृत्य नाटिका स्थानीय पिलाई हॉल में आज कोरोना गाइडलाइन पालन करते हुए आयोजित की गई , कनक स्मृति संगीतालय के संचालक सचिन सेनगुप्ता ने कहा महिषासुर मर्दिनी का कार्यक्रम कई दशक से होती आई है , कोरोना के कारण पिछले 2 सालों से यह कार्यक्रम नहीं हो पाई इस कारण से यहां के प्रशंसक ,कलाकार काफी हताश थे आज महालय के उपलक्ष पर बहुत ही कम दर्शकों के बीच महिषासुरमर्दिनि नृत्य नाटिका आज आयोजन किया गया
महिषासुरमर्दिनि की शुरुआत चंडी पाठ से की गई ,दुर्गा माता का आराधना करते हुए जगत जननी ,जय जय जय , बाजी लो तोमार, जागो तुमि जागो,ऐगिरी नंदिनी के गाने तथा ग्रुप नित्य एवं कलाकारों द्वारा महिषासुर वध को बखूबी से दर्शकों के समक्ष महालया का दृश्य को स्टेज पर दर्शाया गया ,
महिषासुर मर्दिनी नृत्य नाटिका में महालया के गीतों को सचिन सेन गुप्ता, पार्थो सेनगुप्ता, मानस राय , आशीष सिन्हा,सुभोजित राय ,प्याली चटर्जी , पारोमिता सेनगुप्ता ,शिवली राय ,देवीका बक्शी ,आशिहांका पाल कलाकारों ने अपने सुर से सभी को मन मुग्ध किया ,
वाद्य ध्वनि यंत्र में अशोक दास , प्रणव दरीपा ,विद्युत सिंह ,तुषार सिन्हा ,विशाल मुंडा, सुजीत विश्वास ,आशुतोष कलाकारों ने संगीत देकर दर्शकों के बीच छाए रहे ,
नाटक कलाकारों में रक्तबीज रूप धारण किया कलाकार रवि वर्मा , काली के रूप में स्नेहा पॉल , चंदा मुंडा बने सुमंतो चटर्जी , ब्रह्मा के रूप में हिमांशु सिन्हा , विष्णु के रूप देवांशु चटर्जी , महेश रूप में शांतनु मद्धेशिया , इंद्र बने रोबिन कुमार , योगिनी दुर्गा के रूप में बोनोलता घोष , गौरी दुर्गा उर्मी पाल , दुर्गा रूप में मोमिता गुहा , सिंह बने स्वास्तिक दत्ता, कार्तिक बने अर्णव पाल , गणेश के वेशभूषा में नजर आए हिमांग, लक्ष्मी के रूप शान्विका ,सरस्वती में अरनिया सेनगुप्ता ,महिषासुर रूप में नरेंद्र राम, अहम रोल निभाए , नृत्य नाटिका महिषासुरमर्दिनी निदेशक सचिन सेनगुप्ता , आर्ट डायरेक्टर सुनील विश्वकर्मा, मैनेजमेंट हैंड इला सेनगुप्ता एवं सौरभ सेनगुप्ता भागीदारी दिया।

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