विधायक सरयू राय का जुबली पार्क में भ्रमण। नियमो पर जताई नाराज़गी ; जमशेदपुर
जमशेदपुर के सुप्रसिद्ध जुबली पार्क कोरोना की दोनों लहर गुजरने के बाद मार्किंग वाकर्स के लिए सुबह दो घंटे के लिए खोलने की अनुमति दी गई । पार्क तो खुला लेकिन नियम और कानून की जटिलताओं के साथ । पार्क में एन्ट्री के पूर्व में आधार कार्ड को अनिवार्य किया गया था जिससे तीन दिन पूर्व विधायक सरयू राय के ट्वीट के बाद उपायुक्त ने तत्काल प्रभाव से हटा दिया । पार्क के दोनों ओर के गेट बंद है और अब इसके बीच से होकर वाहन नहीं गुजर सकेंगे। साकची से बिष्टुपुर का रास्ता वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है। इस सड़क को काटकर पार्क में मिलाया जा रहा है । यह बात तब उजागर हुई, जब विधायक सरयू राय सोमवार को जुबिली पार्क के भ्रमण पर गए। हालांकि यह काम पहले से चल रहा था, लेकिन अब तक इसे सार्वजनिक नहीं किया गया था ।
बहरहाल, सरयू राय को एक और स्थिति का सामना करना पड़ा, जब उन्हें बेरिकेडिंग के नीचे से झुककर गुजरना पड़ा। सरयू राय ने कहा कि यह शहरवासियों के लिए अपमानजनक स्थिति है। इससे वैसे बुजुर्ग तो बिल्कुल नहीं जा सकते, जिन्हें घुटने में तकलीफ है।
1958 से बनी थी सड़क
टाटा स्टील के स्वर्ण जयंती पर तीन मार्च 1958 को जुबिली पार्क का उद्घाटन देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू ने किया था। सरयू राय बताते हैं कि लोगों ने उन्हें बताया कि जब जुबिली पार्क बना था, तो यह सड़क थी। पार्क की सीमा सड़क के एक ओर तक थी। बाद में टाटा स्टील ने इस सड़क के दूसरी ओर भी पार्क का विस्तार कर दिया, जिसमें टाटा स्टील जूलोजिकल पार्क या चिड़ियाघर भी है। 62 एकड़ में फैले इस पार्क का उदघाटन तीन मार्च 1994 को किया गया था।
अब भी देखी जा रही आईडी प्रूफ
जुबिली पार्क जब 15 जुलाई को खुला था, तो इसमें आईडी प्रूफ देखकर ही पार्क में प्रवेश करने दिया जा रहा था। पहले दिन खुद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने आईडी प्रूफ दिखाकर किया था। तीन दिन पहले उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा कि उन्होंने टाटा स्टील को निर्देश दिया है कि अब आईडी प्रूफ का नियम बंद कर दें। इसके बावजूद सोमवार को जब सरयू राय गए, तो यह सिस्टम जारी था। पार्क के चौकीदारों-गार्ड ने कहा कि उन्हें इस तरह का आदेश कंपनी से नहीं मिला है, इसलिए पुराना नियम जारी रहेगा। हालांकि सरयू राय के कहने पर लोगों को अंदर जाने दिया गया, लेकिन यह तो अपमानजनक बात है कि उपायुक्त कहें और कंपनी नहीं माने ।
इस दौरान मुख्य रूप से समाजसेवी आशुतोष राय, अशोक गोयल, विधायक प्रतिनिधि हरेराम सिंह, जमशेदपुर महानगर महामंत्री कुलविंदर सिंह पन्नु, प्रवक्ता आकाश शाह, उलीडीह मंडल अध्यक्ष प्रवीण सिंह,असीम पाठक, साकची मंडल पश्चिम अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह, राजीव चौहान, गणेश सिंह, सहीत अन्य उपस्थित थे ।