वरीय प्रभारी वैक्सीनेशन ने शहरी क्षेत्र के निजी विद्यालय के प्राचार्यों के साथ की बैठक
कहा- 15-18 आयु वर्ग में वैक्सीन से वंचित बच्चों को टीका लेने के लिए करें प्रेरित
जमशेदपुर। समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में वरीय प्रभारी वैक्सीनेशन कोषांग-सह एसडीएम धालभूम संदीप कुमार मीणा की अध्यक्षता में शहरी क्षेत्र के निजी विद्यालय के प्राचार्यों के साथ एक बैठक आहूत की गई। बैठक में शहरी क्षेत्र में 15-18 आयु वर्ग के वैक्सीनेशन कार्यक्रम को गति देने पर चर्चा की गई तथा इसके क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं पर भी प्राचार्यों से विमर्श किया गया। वरीय प्रभारी वैक्सीनेशन कोषांग ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में उक्त आयु वर्ग में 80 फीसदी का लक्ष्य अब तक प्राप्त हो चुका है वहीं शहरी क्षेत्र में मात्र 55 फीसदी बच्चों ने टीका लगवाया है। उन्होने कहा कि बिना टीका लिए बच्चों को ऑफलाइन क्लास अटेंड करने में संक्रमित होने की संभावना बनी रहेगी ऐसे में अभिभावकों तक यह संदेश जरूर पहुंचायें कि टीका लेना कितना जरूरी है। वैसे बच्चे जिन्हें कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए अभी तीन महीना पूरी नहीं हुआ है उन्हें टीका नहीं लगाने का स्पष्ट निर्देश दिया गया साथ ही किसी बिमारी के के कारण कोई अभिभावक अपने बच्चे को टीका नहीं लगाना चाहते हों तो उनसे चिकित्सक का प्रिस्क्रिप्शन की मांग करने की बात कही गई। वरीय प्रभारी वैक्सीनेशन कोषांग ने कहा कि हमारे जिले में ही कई विद्यालयों के सफल उदाहरण हैं जहां 15-18 आयु वर्ग के शत प्रतिशत बच्चों ने टीका ले लिया है, ऐसे में इस नेक कार्य में जिला प्रशासन को सहयोग करते हुए अभिभावकों को भी अपने बच्चों को टीका लगाने के लिए प्रेरित करें ताकि प्रत्येक विद्यालय में शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त हो सके। साथ ही उन्होने बताया कि मार्च महीने में ही 12-15 आयु वर्ग के बच्चों का वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू होने वाला है ऐसे में पूर्व से ही अपनी तैयारियों को दूरूस्त रखें। जिन बच्चों को दूसरे डोज लेने का निर्धारित समय आ गया है उन्हें ससमय टीका लगवाने का निर्देश दिया गया।
वरीय प्रभारी वैक्सीनेशन कोषांग-सह एसडीएम धालभूम श्री संदीप कुमार मीणा ने कहा कि पिछले 2 वर्षों में हमारे सामने परिस्थियां विपरित रहीं लेकिन अब चीजें सामान्य हो रही हैं ऐसे में शत प्रतिशत टीकाकरण होने के बाद ही ऑफलाइन क्लास के लिए जरूरी आत्मविश्वास भी अभिभावक एवं बच्चों में वापस आएगा। उन्होने कक्षा 9वीं एवं 11वीं के बच्चों को एक महीने ऑफलाइन क्लास अटेंड करने के बाद ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में परीक्षा देने के विकल्प देने का सुझाव दिये । वरीय प्रभारी वैक्सीनेशन कोषांग ने कहा कि 10वीं या 12वीं का प्री बोर्ड ऑफलाइन मोड में ही होना है ऐसे में जरूरी है कि 15-18 आयु वर्ग के शत प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए ताकि बच्चों के कोरोना संक्रमण के चपेट में आने की संभावना नगण्य रहे। बैठक में नोडल पदाधिकारी वैक्सीनेशन कोषांग-सह जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री राजीव रंजन, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री एस.डी तिग्गा उपस्थित थे।