भाजमो जमशेदपुर महानगर के पदाधिकारियों ने भाजपा जिला अध्यक्ष गुंजन यादव के जुबली पार्क के संदर्भ में दिए गए जन विरोधी बयान के विरुद्ध मोर्चा खोला।
भाजमो ने कहा रघुबर दास के इशारे पर राजनितिक प्रतिशोध में भाजपा जिलाअध्य्क्ष ने दिया ऐसा बयान
जुबली पार्क की बीच की सड़क को स्थायी रूप से बंद करने के भाजपा महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव के बयान को भाजमो जमशेदपुर महानगर ने आड़े हाथों लिया है । भारतीय जनतंत्र मोर्चा जमशेदपुर महानगर के पदाधिकारियों एवं मंडल अध्यक्षों की बैठक जिला महामंत्री मनोज सिंह उज्जैन की अध्यक्षता में जिला कार्यालय साकची में हुई। बैठक में भाजमो नेताओं नें एकमत से संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि जुबली पार्क की सुविधाओं में एकतरफा बदलाव से शहर का हर वर्ग अचंभित और निराश है । जुबली पार्क के बीच से गुजर रही सड़क को यातायात के लिए स्थायी रूप से बंद करने की टाटा प्रबंधन की योजना को शहर के आम से लेकर खास तक ने मनमानी और तुगलकी फरमान करार दिया है । जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के प्रयास से एवं उपायुक्त के हस्तक्षेप के पश्चात जुबली पार्क में बैरिकेडिंग हटाकर , प्रवेश में पहचान पत्र की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया किंतु पार्क के दोनों छोर के गेट को बंद कर यातायात अवरूद्ध कर लोगों की आजादी पर अभी भी पाबंदी को बरकरार रखा गया है ।
शहर के हर छोटे-बड़े विषयों पर आंदोलन का दम भरने वाले रघुबर दास के निकटस्थ भाजपा के योग्य पदाधिकारियों ने जनहित के महतवपूण विषय पर जनता के अपमान करते हुए
कंपनी प्रबंधन के सुर में सुर मिलाया है और जुबली पार्क की गेट बंद करने की जोरदार मांग कर दी । जबकि शहर के अन्य सभी राजनीतिक दल और भाजपा के अन्य नेताओं ने भी जुबली पार्क गेट खोलने का समर्थन किया है । रघुबर दास के इशारे पर रघुबरवादी नेताओं ने राजनीतिक विद्वेष में जुबली पार्क की गेट बंद का समर्थन कर उलटी गंगा बहाई है । भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्षों के बयानों में विभिन्नताओं से यह स्पष्ट हो गया की उनके दल में जुबली पार्क के विषय पर एकमत नहीं है और दबाव में नेताओं द्वारा विरोधाभासी बयान दिया जा रहा है । भाजमो नेताओं ने कहा की उपायुक्त ने स्वयं जमशेदपुर की जनता को आश्वस्त किया था जुबली पार्क की गेट को सात दिन के भीतर खोल दिया जाएगा किंतु ऐसा नहीं हुआ और अब उपायुक्त द्वारा गाड़ी चोरी की घटना का हवाला देकर गेट नहीं खोलने का तर्क दिया जा रहा है । उनके द्वारा राजनीतिक दलों से चर्चा के पश्चात निर्णय लेने की बात से जिला प्रशासन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा होता है । यदि उपायुक्त अपने पूर्व में दिए गए आदेश में परिवर्तन करते हैं तो यह जमशेदपुर की जनता के प्रशासन के प्रति आस्था और विश्वास पर कुठाराघाट होगा । भाजमो नेताओं ने स्पष्ट चेतावनी दी है की जनता के इच्छा के विरुद्ध शहर की संरचना में अनावयशक बदलाव को सवीकार नहीं किया जाएगा और इसलिए भाजमो पार्टी के संरक्षक विधायक सरयू राय के मार्गदर्शन मिलने पर अग्रेतर कारवाई कि तैयारी करेगी। बैठक में मुख्य रूप से पूर्वी विधानसभा संयोजक अजय सिन्हा, जिला उपाध्यक्ष बंदना नमाता,भास्कर मुखी, जिला मंत्री विकास गुप्ता, साकची पश्चिम मंडल अध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह, सोनारी मंडल अध्यक्ष चुन्नू भूमिज,कदमा मंडल अध्यक्ष तिलेश्वर प्रजापति, उलीडीह मंडल अध्यक्ष प्रवीण सिंह, बारीडीह मंडल अध्यक्ष
विजय नारायण सिंह,टेल्को मंडल अध्यक्ष महेश तिवारी,गोलमुरी मंडल अध्यक्ष कैलाश झा, आजादनगर मंडल अध्यक्ष मुश्ताक अहमद, सीतारामडेरा मंडल अध्यक्ष बिनोद कुमार यादव, मानगो मंडल अध्यक्ष कन्हैया ओझा, साकची पूर्वी महामंत्री अमनवीर सिंह,पटमदा मंडल अध्यक्ष मिहिर महतो,आजादनगर मंडल महामंत्री सुल्तान अहमद सहित अन्य उपस्थित थे ।