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बीएनएमएच में ब्रेंन ट्यूमर के सफल इलाज से महिला को मिली नयी जिंदगी

जमशेदपुर; शरीर के दाहिने हिस्से की कमजोरी, बोलने में असमर्थता, परिवर्तित व्यवहार, मानसिक दुर्बलताओं के साथ चिड़चिड़ापन और पिछले एक साल से सिरदर्द से परेशान 58 वर्षीय जानकी देवी को ब्रह्मानंद नारायण मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल (बीएनएमएच) में अनुभवी डॉ. राजीव महर्षि (कंसल्टेंट न्यूरोसर्जरी) द्वारा ऑपरेशन कर नया जीवन दिया गया। बीएनएमएच, तमोलिया में न्यूरोसर्जरी में डॉ राजीव महर्षि (कंसल्टेंट न्यूरोसर्जरी) द्वारा मस्तिष्क के एमआरआई की गई। एमआरआई में उसके मस्तिष्क के बाई ओर एक टेनिस बॉल के आकार का एक बड़ा ट्युमर दिखा, जिसके मनिंगियोमा की सबसे अधिक संभावना थी। सभी आवश्यक जांच के बाद डॉक्टर राजीव महर्षि ने सर्जरी की योजना बनाई। कै्रनियोटॉमी कर और धारा प्रवाह रक्तस्राव की चुनौतियों के तहत ट्युमर को निकाला गया। सर्जरी में 9 घंटे लगे और ट्युमर को पूरी तरह से सफलतापूर्ण निकाला गया। ऑपरेशन के बाद जानकी देवी ठीक हो गई और उनके व्यवहार में बदलाव लगभग सामान्य हो गया और उन्हें स्थिर स्थिति में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। मालम हो कि ब्रह्मानंद हॉस्पिटल आने से पहले जानकी देवी द्धारा कई स्थाानीय डॉक्टरों से इलाज कराया गया था, लेकिन उन्हें परेशानियों से राहत नहीं मिली थी। पूरी प्रकिया के बारे में बताते हुए डॉ. राजीव महर्षि (कंसल्टेंटं न्यूरोसर्जरी) ने कहा कि मंेनिजियोमा का आकार छोटे से लेकर बहुम बड़े तक होता है। मेनिंजियोमा पूरी तरह से इलाज योग्य ट्युमर है। ऐसे ट्युमर के लिए प्रारंभिक निदान और उपचार महत्वपूर्ण है। उच्च ग्रेड मेनिंजियोमा के मामले में पोस्ट ऑपरेटिव रेडियोथेरेपी उपचार सहयोगी है। इस सफल प्रक्रिया में सहयोग के लिए मैं अपनी टीम और स्टाफ का शुक्रगुजार हंू। इस सर्जरी को सफल बनाने के लिए एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर कंसल्टेंट डॉ. विजय सिंह का विशेष धन्यावाद करता हँू। मेंनिजियोमा के कारण बहुक्रियात्मक हैें, जिनमें से एक पोस्ट रेडियोथेरेपी है। इस ट्युमर के सामान्य लक्षण दौरे, सिरदर्द और उल्टी, शरीर के अंग की कमजोरी, व्यवहार में बदलाव आदि हैं। ब्रेन ट्युमर में प्रारंभिक निदान कुंजी है, ऐसे लक्षणों को कभी भी अनदेखा न करें और आने वाले जोखिामों को कम करने के लिए डॉक्टर से परामर्श लें।

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