प्लास्टिक पर प्रतिबंध एवं उचित प्रबंधन के लिए जागरूकता अभियान का हुआ शुभारंभ
जमशेदपुर: स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) ओडीएफ प्लस के तहत प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सात दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाना है। इसी क्रम में जिला स्तर पर एकल उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध एवं उचित प्रबंधन के लिए जागरूकता अभियान का शुभारंभ पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, पूर्वी सिंहभूम के कार्यालय में कार्यापलक अभियंता, जमशेदपुर अभय टोप्पो एवं आदित्यपुर जेसेन होरो द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिला समन्वयक अमन झा, सभी प्रखंडों से जलसहिया भी शामिल हुईं । इस दौरान एकल उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध के संबंध में जागरूकता लाने तथा प्लास्टिक के विकल्प के रूप में क्या-क्या इस्तेमाल किए जा सकते हैं इसपर चर्चा करते हुए अभियान को सफल बनाने पर विमर्श किया गया। सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पाद तथा उन सभी के विकल्प क्या हो सकते हैं, इसकी जानकारी दी गई।
पॉलिथिन-कपडे का थैला, प्लास्टिक के पानी का बोतल-बांस या स्टील का बोतल, थर्माकॉल के प्लेट कटोरी, ग्लास-पत्ता का प्लेट कटोरी, मिट्टी का ग्लास एवं कटोरी, प्लास्टिक का चम्मच एवं कांटे- बांस का चम्मच एवं कांटे, प्लास्टिक स्ट्रॉ- बम्बू स्ट्रॉ एवं स्टील स्ट्रॉ, प्लास्टिक स्टीक से बनी ईयर बड्स- लकड़ी एवं बांस की स्टीक, गुबारों के लिए प्लास्टिक की डंडिया-लकड़ी एवं बांस की स्टीक, प्लास्टिक के झंडे- कागज एवं कपड़े के झंडे, आइसक्रीम में लगे प्लास्टिक स्टीक-लकड़ी एव बांस की स्टीक, थर्माकोल से बने सजावटी सामग्री-सजावटी पेपर एवं अन्य सामान, प्लास्टिक के ट्रे- लकड़ी, स्टील एवं आईरन के बने ट्रे, कटलरी मठाई के डब्बों को लपेटने एवं पैक करने के लिए प्लास्टिक- पेपर एवं पत्ते से मिठाई पैक करना, आमंत्रण पत्र- सजावटी पेपर, 100 माइक्रोन से कम मोटाई वाले प्लास्टिक/पी.वी.सी.बैनर-कपड़े का बैनर, प्लास्टिक बैग-कपड़े एवं पेपर का बैग।
12-19 जुलाई तक चलाए जाने वाले जागरूकता अभियान की रूपरेखा निम्नवत है
प्रथम दिवस, 12.07.2022- जिला स्तर पर एकल उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध एवं उचित प्रबंधन हेतु जागरूकता अभियान का प्रारंभ, एकल उपयोग वाले प्लास्टिक का संग्रह।
द्वितीय दिवस, 13.07.2022- सभी प्रखण्ड स्तर पर एकल उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध एवं उचित प्रबंधन हेतु जागरूकता अभियान का प्रारंभ, एकल उपयोग वाले प्लास्टिक का संग्रह, प्लास्टिक जलाने एवं फेकने पर रोक लगाना
तृतीय दिवस, 14.07.2022- सभी ग्राम स्तर पर एकल उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध एवं उचित प्रबंधन हेतु जागरूकता अभियान का प्रारंभ, एकल उपयोग वाले प्लास्टिक से होने वाले नुकसान पर जागरूकता अभियान चलाना, घर के स्तर पर प्लास्टिक को अलग कर प्लास्टिक के बोरे में डालने हेतु प्रेरित करना, एकल उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध एवं उचित प्रबंधन विषय पर बच्चों के साथ जागरूकता रैली निकालना, ग्राम स्तर पर दुकानदारों के बीच एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के प्रतिबंध एवं उचित प्रबंधन हेतु जागरूकता अभियान चलाना, दुकानदारों को एकल उपयोग वाले प्लास्टिक को बोरे में संग्रह करने हेतु प्रेरित करना
चतुर्थ दिवस, 15.07.2022- विद्यालय स्तर पर बच्चों एवं शिक्षकों के बीच एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के प्रतिबंध एवं उचित प्रबंधन विषय पर चर्चा करना, विद्यालय के सभी कक्षा में एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के संग्रह हेत डस्टबीन लगाना, विद्यालय परिसर में एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के संग्रह हेतु बांस का घेरा बनाना, बच्चों में जागरूकता लाना की घर के स्तर पर एकल उपयोग वाढ प्लास्टिक का संग्रह निर्धारित बोरे में किया जाय
पंचम दिवस, 16.07.2022- ग्राम स्तर पर निहित अन्य संस्थानों में यथा- पंचायत भवन, आगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र, SHG का बैठक स्थलों में एकल उपयोग वाले प्लास्टिक का संग्रह निर्धारित बोरे में किया जाय, ग्राम स्तर पर संग्रह एकल उपयोग वाले प्लास्टिक का संग्रह कर प्रखण्ड स्तर पर भेजने की व्यवस्था करना, प्रखण्ड स्तर पर संग्रह प्लास्टिकों को प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन ईकाई / कंपनी (सीमेंट निर्माण एवं रोड निर्माण) तक भेजने की व्यवस्था करना
छठा दिवस, 18.07. 2022- ग्राम स्तर पर संग्रह एकल उपयोग वाले प्लास्टिक का संग्रह कर प्रखण्ड स्तर पर भेजने की व्यवस्था करना, प्रखण्ड स्तर पर संग्रह प्लारिटकों को प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन ईकाई / कंपनी (सीमेंट निर्माण एवं रोड निर्माण) तक भेजने की व्यवस्था करना, कार्यक्रम के दौरान सक्रिय भूमिका निभाने वाले कर्मियों का चयन करना।
सांतवा दिवस, 19.07. 2022- प्रखण्ड स्तर पर संग्रह प्लास्टिकों को प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन ईकाई / कंपनी (सीमेंट निर्माण एवं रोड निर्माण) तक भेजने की व्यवस्था करना, ग्राम में बने बांस के घेरे से एकल उपयोग वाले प्लास्टिक को संग्रह कर अपशिष्ट प्रबंधन ईकाई / कंपनी (सीमेट निर्माण एवं रोड निर्माण) तक भेजने की व्यवस्था करना, प्रखण्ड एवं जिला स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन कर सक्रिय भूमिका निभाने वाले कर्मियों / बच्चों / शिक्षकों समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित करना।