नैतिक कुमार सिंह अपने स्कूल में छठी क्लास में टॉपर रहा
सिवान। कहते हैं कि योग्य होना और योग्यता से सफलता पाना कि दोनों अलग-अलग बातें हैं। इस बात को सिद्ध किया है सिवान जिला ,रेसौरा गांव ,बिहार के रहने वाले नैतिक कुमार सिंह ने। इनका बचपन बिहार के एक छोटे से गांव में गुजरा। बचपन से यह पढ़ने लिखने में काफी तेजतर्रार रहे। दुनिया को जानने की उत्सुकता इनके मन में ऊर्जा की तरह काम करती था। पढ़ाई के साथ साथ बचपन से ही यह गाने और डांस मैन का शौक है बरकरार रहा। पढ़ाई के बाद उनकी पहली पसंद गीत संगीत को मानते थे। नैतिक अपने आदर्श के रूप में अपने पिता को मानते हैं। इनके पिता ने इनके लिए बहुत ही संघर्षपूर्ण जीवन जीवन जिया। पिछले वर्ष छठी क्लास में नैतिक ने पूरे विद्यालय में छठी क्लास के वार्षिक परिणाम के रूप काफी अच्छा प्रदर्शन किया। भविष्य में कुछ करने के सवाल पर नैतिक ने बताया कि वह भारतीय सेना में जाकर देश का नाम रोशन करना चाहते हैं। देश के लिए कुछ करना चाहते हैं। नैतिक की शिक्षा का सम्मान उसके माता पिता करते हैं और साथ ही महाराजगंज डीएवी विद्यालय इनका पूरा सहयोग करता है। नैतिक के इस इच्छा के साथ-साथ उसी को देख कर उसके विद्यालय के कई बच्चे सेना में जाकर देश सेवा करना चाहते हैं। नैतिक के खान पान पर पूछे गए सवाल पर नसीब बताते हैं कि वह आज भी दो गाय का दूध पीना पसंद करते हैं। नैतिक का पसंदीदा खेल क्रिकेट है। नैतिक के माता-पिता भी चाहते हैं कि उनका बेटा देश की सेवा करें और उनका नाम रोशन करें। नैतिक के पिता ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि नैतिक बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में अग्रसर तो है ही पर देश सेवा के नाम पर उद्वेलित हो उठता है। उनके पिता ने बताया कि उन्हें बहुत खुशी होगी कि उनका बेटा देश की सेवा करें। नीति को एक्टिंग करना डांस करना और गाना गाना बहुत ही ज्यादा पसंद है। पर जब देश की बात होती है तो वह देश के प्रति अपने जज्बे को पेश करने के लिए पिता के दिखाए रास्ते पर चलना चाहता है।