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धालभूमगढ़ एयरपोर्ट में हो रही देरी राज्य सरकार के कमजोर इक्षाशक्ति और अयोग्यता का प्रमाण: भाजपा

सेन्हा भाटाचार्य
जमशेदपुर। हजारीबाग के सांसद एवं पूर्व नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने शिलान्यास के बाद धालभूमगढ़ एयरपोर्ट निर्माण कार्य अबतक प्रारंभ नहीं होने के लिए प्रदेश की हेमंत सोरेन सरकार को जिम्मेवार ठहराया है। शनिवार को जमशेदपुर के एक दिवसीय दौरेे पर आए जयंत सिन्हा ने परिसदन में आयोजित प्रेस-वार्ता में कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार के दौरान जनवरी 2019 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास, सांसद विद्युत वरण महतो एवं खुद की उपस्थिति में एयरपोर्ट निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। केंद्र सरकार द्वारा ‘उड़ान’ योजना के तहत 100 करोड़ रुपये भी इस हेतु आवंटित किए गए। परंतु प्रदेश में सरकार बदलते ही एयरपोर्ट निर्माण का कार्य भी लटक गया। उन्होंने राज्य सरकार पर जमशेदपुर की उपेक्षा का आरोप लगाया और एयरपोर्ट निर्माण में हो रही देरी के लिए पूर्ण रूप से राज्य सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि बार-बार लगातार पत्राचार कर राज्य सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया, परंतु सरकार इस मामले में अबतक चिर निद्रा में सोयी है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य हेतु किसी भी प्रकार के भूमि अधिग्रहण की समस्या नहीं है, राज्य सरकार को केवल वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना है। जिसके संबंध में केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को एक फारेस्ट क्लीयरेंस कंसलटेंट (एफ सी सी) की नियुक्ति करने की सलाह दी है एवं परियोजना की मंजूरी हेतु पर्यावरण मूल्यांकन समिति को प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा गया है। परंतु दो वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार एयरपोर्ट निर्माण के प्रति गंभीर नही है जो क्षेत्र की औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के लिए दुर्भाग्य की बात है। श्री सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार एयरपोर्ट निर्माण के लिए निरंतर प्रयासरत है। खुद झामुमो के विधायक भी इसकी उपयोगिता को समझकर एयरपोर्ट निर्माण की बात कर रहे हैं, परंतु सरकार का ध्यान इस ओर नही है। श्री सिन्हा ने चिंता जताते हुए कहा कि राज्य सरकार का किसी भी योजना में सहयोग नहीं मिल रहा है, सरकार गठन के 19 महीने बाद भी सरकार ने अपनी प्राथमिकता और प्रदेश के विकास के लिए अपनी प्राथमिकता स्पष्ट नहीं की है। कहा कि राज्य सरकार को विधानसभा में नमाज की चिंता है परंतु इतने महत्वपूर्ण परियोजना एयरपोर्ट निर्माण की नहीं है।
बोले जयंत सिन्हा- धालभूमगढ़ एयरपोर्ट उद्योग एवं रोजगार सृजन हेतु महत्वपूर्ण, हेमंत सोरेन को नमाज की चिंता परंतु एयरपोर्ट निर्माण की नहीं।
वहीं, सांसद विद्युत वरण महतो ने भी एयरपोर्ट निर्माण में राज्य सरकार की भूमिका पर दुःख जताया। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट निर्माण से औद्योगिक क्षेत्र को विकास की एक नई दिशा मिलेगी। जमशेदपुर, आदित्यपुर, बंगाल के पुरुलिया, खड़गपुर एवं ओडिशा के बालासोर औद्योगिक क्षेत्र धालभूमगढ़ में प्रस्तावित एयरपोर्ट से मात्र 60 से 100 किलोमीटर की दूरी के आसपास हैं। खनिजों से परिपूर्ण कोल्हान क्षेत्र में एयरपोर्ट निर्माण हो जाने से राज्य में निवेशक आकर्षित होंगे। सांसद विद्युत महतो ने कहा कि प्रदेश की हेमंत सरकार सभी पैमानों पर पूरी तरह फेल है। इतने महत्वपूर्ण योजना पर राज्य सरकार की उदासीनता समझ से परे हैं, आखिर राज्य सरकार निर्माण कार्य के प्रति क्यों गंभीर नहीं है ये सोचनीय विषय है। श्री महतो ने लोकसभा में धालभूमगढ़ एयरपोर्ट निर्माण पर पूछे गए सवाल पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा विगत दिनों प्राप्त जवाब को साझा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार इस दिशा में गंभीर है, परंतु राज्य सरकार का सहयोग प्राप्त नहीं हो रहा है। जिससे स्थिति जस की तस बनी हुई है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट निर्माण के दिशा में आवश्यक प्रयास लगातार किया जा रहा है।

प्रेस-वार्ता के दौरान भाजपा महानगर अध्यक्ष गुँजन यादव, जिला उपाध्यक्ष संजीव सिन्हा, सांसद प्रतिनिधि संजीव कुमार, जिला मीडिया प्रभारी प्रेम झा एवं अभिमन्यु प्रसाद सिंह उपस्थित थे

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