दुर्गापूजा में जब बंगाल और महाराष्ट्र में भोग वितरण पर रोक नहीं तो झारखंड में क्यों : अभय सिंह
जमशेदपुर। भारतीय जनता पार्टी धनबाद जिला के संगठन प्रभारी एवं नागरिक सुविधा मंच झारखंड के संगठन प्रभारी अभय सिंह ने कहा आगामी नवरात्र की तैयारी पूरे जमशेदपुर मे दुर्गा पूजा समिति एवं मन्दिर समितियो के द्वार झारखंड में चल रहा है। पुरे धार्मिक आस्था के साथ दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन होता है। कोरोनावायरस एक महामारी के कारण सरकार के द्वारा गाइडलाइन प्राप्त हुआ जो गाइडलाइन सभी दुर्गा पूजा समिति इसका स्वागत करती है एवं अभिनंदन करती है।
कोरोनावायरस एक महामारी केवल यह सरकार की समस्या नहीं है बल्कि यह पूरे आम जनमानस की समस्या है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। परंतु आज कोरोना वैश्विक महामारी के कारण सरकार के द्वारा कुछ गाइड लाइन से नागरिक सुविधा मंच को आपत्ति है।
नागरिक सुविधा मंच के प्रत्येक कार्यकर्ता किसी न किसी पूजा महोत्सव से मंदिर समिति से बंधे हुए हैं। कोरोना के कारण पूरे पूजा के प्रधति को परिवर्तन किया है। इसके बावजूद हम सरकार को सहयोग करने के लिए तैयार है। पर सरकार के द्वारा यह गाइडलाइन बनाना की भोग का वितरण नहीं होगा यह बिल्कुल ही बहुसंख्यक समाज हिंदू धर्म की भावनाओं के साथ अब यह सरकार जानबूझकर की खिलवाड़ कर रही है।
विगत वर्ष में लोगों ने सरकार की यह अपील को सिरे से नकारा था लोगों ने भोग भी बनाया और वितरण भी किया। हम सरकार से अपील करते हैं भोग वितरण और बनाने में सरकार के द्वारा रोक लगाना यह न्याय संगत नहीं है। प्रैक्टिकल रूप से इस वर्ष यह आदेश लाजमी नहीं है। हम सरकार को मदद करना चाहते हैं इसका यह अर्थ नहीं है कि सरकार अपने कठोर निर्णय को हम पूजा समितियों को थोप दे जो यह तानाशाही के प्रतीक को हम नहीं मानेंगे।
सरकार को पूजा समिति मदद करना चाहती है पर सरकार मदद लेने को तैयार नहीं है।
मंत्री जो स्वास्थ्य विभाग में सुशोभित है वे आपदा प्रबंधन समिति के मंत्री भी हैं बल्कि वे आज आपदा के बजाय झारखंड के लिए आफत मंत्री बन गए ??
रेस्तरां, मॉल, बार, दुकान, रेस्टोरेंट्स, मूवी, स्कूल, कॉलेज, हाट, सरकारी शराब दुकान खुल गए पर पूजा मे भोग न बने यह कहां का न्याय है ??
सरकार ने गाइडलाइन दिया थीम पंडाल नहीं बनेगा हम अमल करते हैं। सरकार ने कहा 5 फीट की मूर्ति ही रहेगी इस निर्णय को भी हम तहे दिल से स्वीकार करते हैं सरकार का कहना विसर्जन जुलूस पर रोक रहेगी। हम इस निर्णय का भी स्वागत करते हैं। सरकार का कहना किसी पूजा में दुकान, मेला , ठेला नहीं लगेगा इस निर्णय का भी हम स्वागत करते हैं। सरकार का कहना कि किसी प्रकार की मिनी बाजार नही लगेगा हम इस निर्णय का भी कोरोना ना फैले इस पर भी हम स्वागत करते हैं। सरकार का यह दलिल देना की भोग ना बने और अपने भक्तो पर वितरण ना हो यह निर्णय को सुधार करें।
जब रेस्टोरेंट्स से बनकर भोजन दूसरे घरों में जा सकता है तो पूजा समिति अपने यहां भोग बनाकर अपने भक्तों के घर घर में क्यों नहीं पहुंचा सकती है इसका कारण बताये ?
यह सरकार हिंदू विरोधी ना बने जब से सरकार बनी है हिंदू विरोध करने में जुटी है पिछले दिनों स्वयं आपदा प्रबंधन मंत्री ने कहा था तीसरी लहर की संभावना के कारण जुबली पार्क गेट नहीं खोला जा रहा है अब तो गेट खुल गया इसका सीधा अर्थ यह है कि अभी तीसरी लहराने की संभावना बिल्कुल खत्म हो चुकी है।
हमारा झारखंड सवा तीन करोड़ की जनसंख्या का क्षेत्र है जबकि बगल में बंगाल जिसकी आबादी 11 करोड़ है बंगाल में भोग बनाने में जब बांटने में कोई रोक नहीं है तो यहां आखिर यहाँ रोक क्यों ???
महाराष्ट्र में प्रसाद बांटने में कोई रोक नहीं जिसकी आबादी 14 करोड़ है तो झारखंड में यह सरकार क्यों जबरन भोग बनाने पर रोक लगा रही है ??
सरकार को इन राज्यों से गाइडलाइन मंगाकर इस पर अध्ययन कर निर्णय करना चाहिए इस काले कानून के विरोध में आगामी रविवार 3 अक्टूबर को दुर्गा पूजा समितियों से संपर्क स्थापित कर बड़ा निर्णय कर इस हिंदू विरोधी निर्णय का आर-पार की लड़ाई हम लड़ने के लिए मजबूर होंगे।
मैं सभी सेंटर दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारियों से अपील करता हूं आप इस मामले को लेकर गंभीरता पूर्वक आगे आए और समस्या का निदान हर हालत में हो इस पर गंभीरता पूर्वक विचार करें अन्यथा सरकार के इस निर्णय का हम पुरजोर विरोध करते हुए कठोर निर्णय हिंदू समाज के हित में लेंगे।