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टाबरिया पर बरसे माँ हरदम थारो प्यार… जैसे भजनों पर झूम उठे श्रद्धालु

साकची अग्रसेन भवन में धूमधाम से मना महासर माता का कीर्तन उत्सव


जमशेदपुर: कोल्हान प्रमंडल में पहली बार कुलदेवी महासर माता का प्रथम कीर्तन उत्सव सोमवार (नवमी तिथि) को साकची श्री अग्रसेन भवन में धूमधाम से मनाया गया। कीर्तन उत्सव संध्या 5 बजे से शुभारंभ हुआ, जो रात 11 बजे तक चला। जिसमें कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिला से श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इसका आयोजन श्री महासर माता परिवार जमशेदपुर कोल्हान प्रमंडल द्वारा किया गया था। माता के जयकारों के अग्रसेन भवन गूंजता रहा। महासर धाम के पुजारी संजय गुरुजी के सानिध्य में विधिवत रूप से पूजा-अर्चना हुई। यजमान संगीता-संजय भालोटिया और नमिता-मुकेश मितल ने संयुक्त रूप से पूजा करायी। नौ कन्याओ समेत भैरव बाबा की पूजा यजमान पुष्पा-गाजानन्द भालोटिया द्धारा किया गया। माता को भोग लगाने के बाद नौ कन्याओ समेत भैरव बाबा को प्रसाद का भोग लगाया गया। तत्पश्चात लगभग 600 से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
आमंत्रित कलाकार कोलकाता से आये विकास कपूर और निशा सोनी समेत स्थानीय भजन गायक राहुल गुलाटी ने माता के चरणों में भजनों की अमृत वर्षा कर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
भजन गायकों ने महासर वाली मैया लगे है मुझको जान से प्यारी…, सब झूमो नाचों मइया आज आने वाली हैं…, महासर जाके मैया मेरी मौज हो गई…, संकट हरनी मंगल करनी…, कृपा अपनी मइया जी बनाये रखियो…, मेरे संग संग मईया की परछाई देखी हैं…, टाबरिया पर बरसे माँ हरदम थारो प्यार…, हर मुख में मता का नाम होना चाहिए…, क्या पाया हैं दर तेरे आके…, तेरे होते क्यों गीली है मेरी अखियां बता दो मां…, आदि भजनो की प्रस्तुति से पूरा माहौल भक्तिमय बना रहा।
चुदड़ी उत्सव के दौरान लाया थारी चुदड़ी करियांे मां स्वीकार भजन पर महिलाएं नाचने लगी।
आकर्षण का केन्द्रः- माता का भव्य दरबार, दिव्य अखंड ज्योत, इत्र वर्षा, छप्पन भोग, प्रसाद, भजनों की अमृत वर्षा, नौ कन्याओ की पूजा, चुदड़ी उत्सव समेत महासर धाम के पुजारी संजय गुरुजी की उपस्थिति आकर्षण का केन्द्र रहा।
दूसरे शहरों से भी आये भक्तः- महासर धाम के पुजारी संजय गुरूजी हरियाणा से आये हैं। उनके आने-जाने, ठहरने एवं भोजन आदि की व्यवस्था की जिम्मेदारी साकची बाजार निवासी र्प्रमोद भालोटिया सपरिवार संभाले हुए हैं। गुरूजी बुधवार 07 सितम्बर को वापस हरियाणा लौटेगंे। इनके इलावा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अन्य कई शहर जैसे हैदराबाद, कोलकाता, बराकर, रांची, इत्यादि से भी भक्त आयें थे।
इनका रहा योगदानः- आज के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रमुख रूप से अशोक भालोटिया, दीपक भालोटिया, राजेश पसारी, प्रमोद भालोटिया, प्रदीप मित्तल, गोविंद अग्रवाल, सुरेश भालोटिया, गणेश भालोटिया, कुणाल, शिवकुमार सिंघानिया, रमेश्वर, बलराम अग्रवाल, आनंत मोहनका, संगीता मित्तल, नैना मित्तल, नमिता मित्तल, कुसुम पसारी, पुष्पा भालोटिया, त्रिलोचन, सुमन, बीना, पिंकी, कोमल, दिलीप अग्रवाल, विजय, अमित, टोनी, प्रवीण, राजकुमार, नंदलाल आदि का योगदान रहा।
एक हजार साल पुराना मंदिरः- मालूम हो कि महासर माता मंदिर जिला मुख्यालय महेंद्रगढ़ से लगभग 20 किलोमीटर दूर अटेली कनीना मार्ग पर अवस्थित महासर गांव में है, जो लगभग एक हजार साल पुराना हैं। वैष्णो देवी की तरह ही यहां भी माता पिडी रूप में प्रकट हुई थीं। मां दुर्गा का यह मंदिर लाखों भक्तों की आस्था का केन्द्र तो है ही, साथ ही महेन्द्रगढ़ जिले एवं उसके आसपास के लोग माता कीे कुल देवी के रूप में पूजा करते हैं। नवजात शिशुओं के प्रथम बार बाल यहीं उतारे जाते है वहीं नवविवाहित युगल यहां पहुंचकर मां का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यह दुर्गा मां की सिद्ध एवं जागृत शक्तिपीठ है।

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