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टांगराईन के विद्यालय प्रबंधन समिति की सक्रियता से बदली सरकारी विद्यालय की तस्वीर

प्रधानाध्यापक अरविंद तिवारी की मेहनत और नवाचार ने लगाया चार चांद


जमशेदपुर। किसी भी देश की उन्नति एवं विकास का आधार शिक्षा है।
दक्षिण पोटका के सुदूर ग्रामीण आदिवासी बहुल क्षेत्र में अवस्थित सरकारी विद्यालय टांगराईन की तस्वीर बदल गई है इसका श्रेय विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविंद तिवारी की मेहनत और नवाचार के साथ-साथ सक्रिय विद्यालय प्रबंधन समिति को जाता है। जैसा कि प्रधान अध्यापक अरविंद कुमार तिवारी के साथ-साथ विद्यालय प्रबंधन समिति कंधे से कंधा मिलाकर विद्यालय के ड्रॉपआउट बच्चों को विद्यालय में लाने ,विद्यालय के साथ गांव के परिवेश को स्वच्छ रखने, आदिम जनजाति के बच्चों को विद्यालय के साथ जोड़ने, विद्यालय के अलावे सभी बच्चों के घर-घर में किचन गार्डन की व्यवस्था करने, विद्यालय के छात्र-छात्राओं की लगातार उपस्थिति सुनिश्चित करने, मेनू युक्त मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था करने के अलावे पोषक क्षेत्र के शिक्षा प्रेमियों के साथ मिलकर विद्यालय में जमीन को बढ़ाने जैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहें हैं। बताते चलें आज से 10 वर्ष पूर्व सरकारी विद्यालय टांगराईन में मुख्य सड़क से विद्यालय दूसरे रैयती के पगडंडी मेड़ होकर जाना पड़ता था। समिति की सक्रियता से विद्यालय में सेट जमीन के रैयतदारों को जमीन के लिए प्रेरित कर विद्यालय हेतु जमीन दान करवाया। कुछ जमीन पोषक क्षेत्र में चंदा कर खरीदा भी गया, जिसमें मुख्य रूप से विद्यालय के पूर्व अध्यक्ष उज्जवल कुमार मंडल ,वर्तमान अध्यक्ष मंगला मांझी, निमाई दास, जयहरी सिंह मुंडा आदि की मुख्य भूमिका रही।
छात्र-छात्राओं के बौद्धिक विकास हेतु विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा प्रबंध समिति के साथ छात्र-छात्राओं को लगातार नए-नए स्थानों पर ले जाना विद्यालय की आम बात है। क्षेत्रीय भाषाओं की शिक्षा इस विद्यालय की पौराणिक परंपरा है। विद्यालय में पाठ्यक्रम युक्त शिक्षा के साथ-साथ, नवोदय प्रवेश परीक्षा हेतु विशेष कोचिंग की व्यवस्था,तैराकी , ताइक्वांडो, तीरंदाजी, योग शिक्षा , लोक सामुदायिक नृत्य शिक्षा, आदि भी दिया जाता है जिसका खर्च स्वयं प्रधानाध्यापक अरविंद तिवारी वहन करते हैं।
पंचायत समिति सदस्य रामेश्वर पात्रो की सक्रियता के कारण विद्यालय में सोलर संचालित पंप एवं साइकिल स्टैंड की व्यवस्था की गई है।

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