कारगिल के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि एवं गौरव सेनानियों ने किया अनुभव साझा
कारगिल विजय दिवस के 22 वीं सालगिरह पर अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद, पूर्वी सिंहभूम इकाई ने गोलमुरी पुलिस लाइन स्थित वार मेमोरियल पर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देने एवं खुशी के लड्डू बांटने का प्रोग्राम आयोजित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सोनारी आर्मी कैंप के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मोहित सहाय के प्रतिनिधि के रूप में सूबेदार हरीश कुमार शर्मा अपने सहयोगी हवलदार पहलवान हवलदार धनंजय पांडे लांस नायक सुदामा पाठक लांस नायक सुशील कुमार के साथ उपस्थित होकर आज के श्रद्धांजलि सभा में अपना श्रद्धा सुमन कारगिल के वीरों को अर्पित किया।उन्होंने कहा कि आज पूर्व सैनिकों में कार्यक्रम के प्रति जोश एवं अनुशासन देखकर कभी नही लगा कि आप सब सेवानिवृत्त हैं। कारगिल युद्ध के बारे में पूर्वी सिंहभूम के अध्यक्ष बृज किशोर सिंह ने कारगिल युद्ध का अनुभव एवं इतिहास बयां किए जिसे सुनकर उपस्थित सदस्यों के रोंगटे खड़े हो गए आज संगठन में जितने भी सदस्य हैं उनमें 70% लोगों ने कारगिल युद्ध के दौरान अपनी सेवा किसी न किसी रूप में दिया जो युद्ध जीतने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। एलओसी की सीमा को पार किये बिना अपने देश के सैनिकों ने जिस तरह से दुर्गम चोटियों पर गोले बरसाए कि पाकिस्तानी सेना, जो भेष बदलकर लड़ रही थी और उनके राजनीतिक प्रतिनिधि भी उन्हें तमाम सबूत देने के बावजूद अपना सैनिक मानने से इंकार कर दे रहे थे। जिससे उनका मनोबल टूटा और उन्हें हार का सामना करना पड़ा। जबकि इसके विपरीत भारतीय सेना ने इस युद्ध के दौरान शहीद हुए 526 जवान और ऑफिसरों का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव तक भेजवाया एवं सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार करवाया। जिससे पूरे देश में देशभक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा था। और पूरा देश भारतीय सेना के साथ खड़ी थी इस युद्ध में लगभग 1300 जवान घायल हुए थे। संगठन के भीष्म पितामह कहे जाने वाले हवलदार राजदेव सिंह अस्वस्थ होने के बावजूद भी इस मौके पर उपस्थित होकर अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किये। जो स्वयं 1962 और 1971 के युद्ध नायक रहे हैं। सभी उपस्थित जांबाज सैनिकों ने अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किया एवं कुछ सैनिक साथियों ने अपना अनुभव साझा किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए सुशील कुमार सिंह ने कहां की जब तक देशवासियों का प्यार एवं अतुल्य सहयोग मिलता रहेगा देश कभी गुलाम नहीं होगा। हमारी भारतीय सेनायें हर चुनौतियों का जवाब देने के लिए चौबीसों घंटे तैयार हैं और 130 करोड़ जनता उनके साथ खड़ी है। आए दिन नए तकनीकी के फाइटर प्लेन एवं मिसाइल जो दुश्मनों के किसी भी ठिकाने को अचूक निशाना बनाने में सफल हैं। भारतीय सेना में शामिल होती जा रही हैं। जिसके कारण भारतीय सेना का नाम विश्व के सशक्त सेनाओं में गिनती हो रही है। कार्यक्रम के माध्यम से डॉक्टर कमल शुक्ला ने शहर के सभी शहीद परिवारों को कारगिल विजय दिवस की शुभकामना दी एवं उन्हें समय-समय पर हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में राजीव रंजन अमित कुमार अभय सिंह राजू रंजन मिथिलेश सिंह हंसराज सिंह विजय शंकर पांडे रमेश सिंह बलजीत सिंह बरमेश्वर पांडे मनोज ठाकुर मनोज कुमार सिंह प्रमोद कुमार भीम सिंह अनुज सिंह शत्रुघ्न प्रसाद वरुण कुमार राधेश्याम कन्हैया कुमार राजकुमार सिंह पंकज कुमार सिंह देवानंद सिंह सतनाम सिंह आदि शामिल थे।