एक सप्ताह के अंदर बन्ना गुप्ता जुबली पार्क खुलवाये अन्यथा हर चॉक चौराहे मे पुतला जलेगा;अभय सिंह
जुबली पार्क प्रकरण में माननीय मंत्री बन्ना गुप्ता जी का यह कहना की हर हाल में जुबली पार्क खुलेगा इसमें कोई राजनीति ना करें
मैं बन्ना गुप्ता से यह आग्रह करना चाहता हूं जब कोई व्यक्ति सड़क जाम करता है झारखंड सरकार या जिला प्रशासन 356 धारा के तहत नन बेलेबल सेक्शन के तहत उन्हें जेल के सलाखों के पीछे भेजा जाता है
आज पूरे 2 वर्ष हो गए कोरोना के नाम पर की जुबली पार्क में किसी प्रकार की गतिविधियां ना हो इसे बंद किया जाता है जमशेदपुर की जनता यह मान कर चल रही थी
लेकिन स्थानीय कारपोरेट कंपनी की नीयत में ही खोट था कि वह आने जाने वाले रास्ते को भी बंद करना चाहती थी आखिर क्यों ?
आप इस क्षेत्र के विधायक है माननीय मंत्री है हजारों बार जुबली पार्क के अगल-बगल से गुजरे हैं लेकिन एक बार भी आपके द्वारा इसको खोलने का प्रयास नहीं हुआ ना ही कानून के तहत यह संज्ञान लिया गया कि आखिर क्यों बंद है ??
जब राजनीतिक दल के लोग चिल्लाने लगे जनता के हित पर सवाल खड़े करने के लिए लगे तब आपकी कुम्भकर्ण निद्रा जगी इससे यह प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं दाल में कुछ काला है।
हम आपसे पूछना चाहते हैं क्या कानून से यहाँ इस शहर मे लागू नही है ?
क्या संविधान एक निरीह और कमजोर व्यक्तियों तक ही सीमित है ?
क्या भारत का कानून का डंडा कमजोर लोगों तक ही सीमित है?
यह नहीं भूलना चाहिए कि यह शहर की आबादी 20 लाख के ऊपर है और भारी वाहनों से लेकर छोटी गाड़ियों का स्थिति भयावह है आने वाले 25 वर्षों में यह सड़क नरक की ओर होगा अगर हम आज अपने मौलिक अधिकारों से वंचित रहेंगे तो हमारे आने वाली पीढ़ियां किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी ।
आखिर बंद करने की इजाजत किसने दिया और माननीय उपायुक्त से लेकर सभी लोगों ने कहा कि हम खुलवा देंगे पर खुला नही ?
तो आखिर खोलने में दिक्कत क्या है ?यह जनता के बीच में पारदर्शी होना चाहिए
बिना झारखंड सरकार की अनुमति यह नहीं हो सकता था जिला प्रशासन इस सरकार में किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में खड़ा है करें तो क्या करें ।
लेकिन जमशेदपुर की जनता इस मुद्दे पर चुप नहीं रहेगी कोरोना के कारण इस वैश्विक महामारी के कारण हम सरकार को मदद करना चाहते हैं परंतु जिस प्रकार सरकार हठधर्मिता करके जनता के मौलिक अधिकारों को छीनना चाहती है हम उसका विरोध करेंगे
माननीय मंत्री से आग्रह है 1 सप्ताह के अंदर आप खुलवाएं हम सभी लोग आपको मोहलत देते हैं अन्यथा 1 सप्ताह के बाद बड़ा जन आंदोलन खड़ा होगा जिसमें जेल भरो आंदोलन तक हम लोग करेंगे
सरकार को यह बताना होगा इसकी वैकल्पिक व्यवस्था क्या है अगर जमीन के नेचर को चेंज किया गया तो इस मुद्दे पर दल हित राजनीति से ऊपर उठकर हम लोग आंदोलन करेंगे और हर चौक चौराहे पर बन्ना गुप्ता का पुतला जलेगा