आरबीएस इंजीनियरिंग कॉलेज में चौथा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 11:00 12 फरवरी को : शत्रुघन सिंह
जमशेदपुर। आगामी 11 एवं 12 फरवरी को स्थानीय आर0 वी0 एस0 कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी में चौथा अर्न्तराष्ट्रिय सम्मेलन का आयोजन किया गया है। दो दिवसीय इस सम्मेलन का विषय है। कंप्यूटर विज्ञान प्रौद्योगिकी में हालिया रूझान। आर0 वी0 एस0 इंजीनियरिंग कॉलेज के मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कॉलेज के कोषाध्यक्ष शत्रुध्न सिंह एवं कॉलेज के डीन तथा सम्मेलन के अध्यक्ष प्रो० डॉ0 राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि यह सम्मेलन ऑनलाईन एवं ऑफलाईन दोनों माध्यम से आयोजित की जा रही है। सम्मेलन के प्रथम दिन दिनांक ११.02.2022 को एन आई टी जमशेदपुर, के निदेशक डॉ० करूणेश कुमार शुक्ला एवं झारखण्ड तकनिकी विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति डॉ0 विजय पाण्डेय मुख्य अतिथि होंगे और सम्मेलन के मुख्य वक्ता होंगे प्रो० (डॉ0) जी साहू, आई आई टी धनबाद (आई एस एम), डाॅ0 एम0 एच0 रहमानी डौस्ट शोधकर्ता, गणित विभाग, नेयशबूर अदीब बुलेवार्ड
विश्वविद्यालय ईरान, प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्रा कुलपति ए0 पी0 जे0 अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय, लखनऊ । डॉ0 मोहम्मद फयाज खान, कुलपति व्यापार एवं तकनिकी विश्वविद्यालय बांगलादेश से। यह सम्मेलन दो दिनों तक चलेगा। बता दें कि सम्मेजन की आयोज़क आईईईई यू एस ए है और आयोजन कर्ता हैं आर0 वी0० एस0 कॉजेन आफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी, जमशेदपुर | आईईईई पूरे विश्व में अपनी उच्च गुणवत्त्ता के लिए प्रख्यात है और आईईईई विश्व में सम्मेलन या किसी अन्य कार्यक्रम के लिए वैसे संस्थानों का चुनाव करती है जो उसकी गुणवत्ता को कायम रख सके। झारखण्ड उज्य में आर0 वी0 एस0 इंजीनियरिंग कॉलेज तीसरी ऐसी संस्थान है जिसे आईईईई ने सम्मेलन के लिए
अनुमति दिया है और वह भी चौथी बार, इसके पहले आई एस एम धनबाद एवं एन आई टी जमशेदपुर इस तरह का सम्मेलन करवा चुकी है। सम्मेलन में भारत के अलावा यू ए0 ई0, ब्रिटेन, बांगलादेश, श्रीलंका, मलेशिया, आस्ट्रेलिया आदि देशों से १45 शोधपत्रों का चुनाव सम्गैलन के लिए किया गया है। इस सम्मेलन मे खासकर आई ओ टी, मशीन लर्निंग, कोर कंप्यूटिंग, ए॰ आई॰ एण्ड न्यूरल नेटवर्क एवं इलेक्ट्रिकल एण्ड इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग के क्षेत्रों से शोधपत्र प्राप्त हुए है ।
इस सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित पर चर्चा होगी जिससे भारत में स्मार्ट सिटी के निर्माण को गति मिलेगी एवं भारत अपना लक्ष्य पूरा करने में सक्षम हो पाएगा।
इसी प्रकार मशीन लर्निंग के क्षेत्र से आए शोधपत्रों से पूरे विश्व में मेडिकल क्षेत्र को एक नया आयाम मिलेगा एवं नई तकनीक से असाध्य रोगों पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।
आई॰ ओ॰ टी॰ के इस्तेमाल से कृषि, ट्रैफिक कंट्रोल, उर्जा संरक्षण, जल वितरण आदि आवश्यक क्षेत्रों में अभूतपूर्व मदद मिलेगी ।
इसी प्रकार इन सभी शोधपत्रों को परिचर्चा में इसलिए शामिल किया गया है क्योंकि हमारा भविष्य अब इन सभी एप्लीकेशन की मदद से आसान हो पाएगा और धिरे-धिरे यहां हमारी रोज मर्जी में भी शामिल होता जा रहा है जैसे खेल -कूद, बिजली – उत्पादन, पावर प्लांट के रख-रखाव, घर की सुरक्षा ,सोलर सिस्टम इत्यादि ।
इन 80 शोधपत्रों को आईईईई एक्सप्लोर में प्रकाशित किया जाएगा। सम्मेलन के मुख्य आयोजन समिति में संचित प्रति देवव्रत कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर, सह सचिव प्रो॰ तपन कुमार डे, असिस्टेंट प्रोफेसर संयोजक प्रा॰ सिम्ता दास, असिस्टेंट प्रोफेसर एवं समस्त कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के शिक्षकगण है । आईईईई ने सम्मेलन की निगरानी हेतु जादवपुर विश्वविद्यालय कोलकाता के दो प्रोफेसर डाॅ॰ सुशांत राय एवं डाॅ॰ शमिष्ठा न्योजी के नियुक्त किया है। डाॅ॰ तिवारी ने बताया कि सारी तैयारियां अंतिम चरण में है। प्रेस वार्ता में कॉलेज के कोषाध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह भी मौजूद थे।