आनंद मार्ग पृथ्वी ने दो दिवसीय निशुल्क पौधा वितरण के पहले दिन लगभग 200 पौधों का किया वितरण

जमशेदपुर: सोनारी कबीर मंदिर के पास शहर के विभिन्न संगठनों एवं देहात क्षेत्र के ग्रामीणों के बीच दो दिवसीय निशुल्क पौधा वितरण कार्यक्रम के प्रथम दिन लगभग 200 से भी ज्यादा फलदार एवं औषधीय उपयोग वाले पौधों का वितरण किया गया जैसे आम, आंवला ,कटहल ,हर्रे, बहेरा, शीशम, नीम, महानीम सीता अशोक, अशोक, सिंदूर, अनार, अमरूद, जामुन ,करंज पीपल अन्य तरह के छोटे पौधे भी
पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में किया गया।
सोनारी कबीर मंदिर के पास एवं गदरा आनंद मार्ग जागृति में प्रत्येक दिन सुबह 10 बजे से 12 बजे तक बांटे आ रहे हैं पौधे
आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल एवं प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एंड प्लांट्स जमशेदपुर की ओर से से पिछले 15 सालों से आज तक लगभग 1लाख 25 हजार से भी ज्यादा पौधा का निशुल्क वितरण किया जा चुका है
आनंद मार्ग का कहना है कि जब तक हम पेड़ पौधों एवं जीव ,जंतु को अपने परिवार का सदस्य के रूप में स्वीकार नहीं किया करेंगे तब तक प्रकृति का कल्याण संभव नहीं है ,इसलिए नव्य -मानवतावादी विचारधारा से समाज का कल्याण संभव है ,नव्य मानवतावाद बताता है कि इस पृथ्वी पर मनुष्य ही नहीं अनेक प्रकार के पेड़ ,पौधे जीव जंतु इस पृथ्वी रूपी परिवार के सदस्य हैं। हम इस पृथ्वी के बुद्धिमान जीव होने के नाते हमारा कर्तव्य बनता है कि सभी को परिवार सदस्य के रूप में स्वीकार किया जाए। मनुष्य का परम आदर्श नव्य- मानवतावाद होना चाहिए तभी पृथ्वी का कल्याण संभव है।